डीसीपी (वेस्ट) अमित कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी भरत बिष्ट (28) और हरि बहादुर धामी (29) सुदूर पश्चिम नेपाल के रहने वाले हैं। वैशाली नगर स्थित आनंद नगर में 14 मई को संदीप चौधरी के घर पर उनके नौकर दंपती काजल-भरत और बाहर से आए कुछ आरोपियों ने डकैती की वारदात को अंजाम दिया था। आरोपी संदीप की मां कृष्णा और पत्नी ममता को चाय में नशीला पदार्थ पिलाकर इंजेक्शन लगाकर बेहोश कर दिया और माल समेट भाग गए।
यों रची साजिश
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि काजल, भरत, सुरेश, हरि बहादुर, आशीष और सुनील ने साजिश के तहत काम किया। काजल और भरत ने पति-पत्नी के रूप में रहकर वारदात को अंजाम दिया। यहां रहने वाले अन्य साथियों की मदद से काम की तलाश करते रहे। जब उन्हें संदीप चौधरी के यहां काम मिला तो दोनों पति-पत्नी बनकर वहां पहुंच गए। इस बीच सुरेश, हरि बहादुर, सुनील और आशीष भी दिल्ली से जयपुर आ गए। उनमें से सुरेश और हरि बहादुर मकान के अंदर तक आए थे और वारदात में शामिल थे। आशीष और सुनील कार में ही बैठे रहे। वारदात के बाद डकैत जिस कार से भागे वह सुनील की थी।
जेवर से भरा बैग काजल के पास
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद मौके से कुछ दूर खड़ी टैक्सी कार पर शक हुआ। टैक्सी कार के रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर पुलिस टीमों ने पीछा शुरू किया। पीछा कर पुलिस टीम दिल्ली जा पहुंची। वहां से मिली जानकारी के बाद उत्तराखंड पुलिस की मदद से भरत और हरि बहादुर धामी को पकड़ लिया। जेवर से भरा बैग भरत की कथित पत्नी काजल के पास है जो नेपाल में घुस गए। आरोपियों को पकड़ने के लिए थानाप्रभारी रवींद्र नरूका, एसआइ विमेलश कुमार के नेतृत्व में अलग-अलग टीमें बनाई गई थीं। पुलिस टीम दिल्ली, नेपाल बॉर्डर, बिहार, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड रवाना हुई थीं। शुक्रवार को पुलिस टीम ने उत्तराखंड नेपाल बॉर्डर पार करने से पहले दो बदमाश आरोपी भरत बिष्ट और हरि बहादुर धामी को डिटेन कर लिया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वारदात में शामिल काजल, सुरेश, आशीष और टैक्सी चालक सुनील नेपाल में घुस गए। अब पुलिस नेपाल पुलिस की मदद से उन्हें तलाशा जा रहा है।