मध्यप्रदेश के एफएसएल अधिकारी ने यह बताया
मध्यप्रदेश के एक एफएसएल अधिकारी ने कहा कि जयपुर में घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद वैज्ञानिकों ने जो रिपोर्ट में लिखा, उससे यही साबित होता है कि मौके पर जांच करते समय भी टैंकर से गैस का रिसाव हो रहा था।भांकरोटा अग्निकांड में जोखिम में थी CM भजनलाल की जान! FSL की जांच रिपोर्ट में बड़ा खुलासा; जानें कैसे
विशेषज्ञ बोले, रिपोर्ट में लिखा तो सही है
एफएसएल की रिपोर्ट में तीन वॉल्व में छेद मिले, जिनमें से निरीक्षण के वक्त गैस का लीकेज पाया गया, यह लिखा है तो स्पष्ट है कि गैस लीक हो रही थी। टैंकर में लगी आग को पानी डालकर बुझाया गया। टैंकर फटा नहीं था, इसलिए उसमें गैस रह गई होगी, जो बाद में क्षतिग्रस्त नोजल से बाहर निकल रही होगी।-डॉ. पी.एस. मनोचा, पूर्व अतिरिक्त निदेशक, एफएसएल राजस्थान
-डॉ. आर.एस. शर्मा, पूर्व अतिरिक्त निदेशक, एफएसएल राजस्थान