कहने को तो जयपुर जिला प्रशासन की ओर से खुले बोरवेल और कुओं को ढकवाने का अभियान चला रखा है लेकिन अभियान की पोल तब खुल गई जब सांगानेर के श्रीराम नांगल ग्राम बक्सावाला में खुले कुएं में गिरने से 10 साल के बच्चे की मौत हो गई।
हादसे के बाद सांगानेर में सभी कुओं को ढकने के दावे हवा हो गए। प्रशासन ने अगर जिम्मेदारी से कुआं ढकवाया होता तो बच्चे की जान नहीं जाती।
जिला प्रशासन के दावे पर खड़े हो रहे सवाल
जिले में अभी तक जिला प्रशासन की ओर से 2,200 कुएं और बोरवेल ढकवाने का दावा किया जा चुका है। सात दिन पहले तक जयपुर जिला प्रशासन ने मुहिम के तहत कुल 746 खुले बोरवेल और कुंए ढकवाए। इसकी सूचना भी सार्वजनिक की गई। अब इस सवाल खड़े हो गए हैं।
पटवारी ने भेजी गलत रिपोर्ट, निलंबित किया
इधर, सांगानेर के श्रीराम नांगल ग्राम बक्सावाला में खुले कुएं में बच्चे के गिरने के बाद जिम्मेदार जागे। मामले में जब सांगानेर एसडीएम सेे रिपोर्ट मांगी गई तो पटवारी की लापरवाही सामने आई। इसके बाद कलक्टर डॉ.जितेंद्र कुमार सोनी ने पटवारी को निलंबित कर दिया। दरअसल, पटवारी शोभा मीणा ने पटवार हलका में दी रिपोर्ट में बताया कि एक भी बोरवेल-कुआं खुला नहीं है। इसके बावजूद उनके ही पटवार हलका क्षेत्र में खेत में खुले कुएं में बच्चा गिर गया। इस पूरे मामले में पटवारी की लापरवाही तो सामने आई वहीं, जिला प्रशासन की खानापूर्ति भी सामने आ गई।
यह हुआ हादसा
सांगानेर सदर थाना इलाके में श्याम ग्रीन कॉलोनी में एक बालक कुएं में गिर गया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन तब तक गांव वालों ने ही बच्चे को कुएं से बाहर निकाल लिया। पुलिस ने उसे महात्मा गांधी अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
थानाप्रभारी नंदलाल चौधरी ने बताया कि शुक्रवार दोपहर ढाई बजे पतंग उड़ाते समय श्याम ग्रीन कॉलोनी में एक बालक के कुएं में गिरने की सूचना मिली थी। इस पर पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन तब तक गांव के लोगों ने एक व्यक्ति को कुएं में उतारकर बच्चे को बाहर निकाल लिया।
पुलिस ने बताया कि मृतक अनुज (10) पुत्र कालीचरण श्याम ग्रीन कॉलोनी बक्सावाला का रहने वाला था। बच्चा कैसे कुएं तक पहुंचा, इसकी जांच की जा रही है।
इनका कहना है
सांगानेर के श्रीराम नांगल ग्राम बक्सावाला में हादसा हुआ है। पतंगबाजी करता हुआ बच्चा कुएं में गिर गया था। मामले में पटवारी को निलंबित कर दिया गया है। -हिम्मत सिंह, उपखंड अधिकारी सांगानेर