पीएआई की रिपोर्ट ने खोली पोल
केन्द्रीय पंचायती राज मंत्रालय ने हाल ही पंचायत उन्नति सूचकांक (पीएआई) जारी किया। केन्द्र सरकार ने वित्त वर्ष 2022-23 के अध्ययन के आधार उन्नति सूचकांक रिपोर्ट जारी की है। इसके लिए प्रदेश की 11207 ग्राम पंचायतों में से 10634 ग्राम पंचायतों ने आंकड़े पेश किए थे।राजस्थान में बी-श्रेणी में 1580 पंचायतें
रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में 1580 पंचायतें बी-श्रेणी में, 8876 सी-श्रेणी में और 178 ग्राम पंचायतों को डी-श्रेणी में रखा गया है। इससे ग्राम पंचायतों के विकास में पिछडने की कहानी झलक रही है। इस बीच राज्य सरकार नई ग्राम पंचायतों का गठन कर रही है। इसमें पंचायतों की उन्नति के लिए हर पैरामीटर को ध्यान में रखने की जरूरत है।राजस्थान के इस शहर की 4 प्रमुख सड़कों का बदला नाम, जानें क्या है नया?
मूल्यांकन का आधार
उन्नत आजीविका, स्वास्थ्य, बाल अनुकूल, जल पर्याप्त, स्वच्छता व हरित पंचायत, आत्मनिर्भर बुनियादी सुविधाएं, सामाजिक रूप से सुरक्षित, सुशासन और महिला कल्याण।टॉप 5 ग्राम पंचायतें
ग्राम पंचायत – जिला-स्कोरपिंडवाल – डूंगरपुर – 72.17
सेहवाज – पाली – 69.99
पुरा बारी – सीकर – 69.50
साजनवासी – बीकानेर – 69.43
गोथरा लाम्बा – झुंझुनू – 69.36।
बेहरारेखपुरा – भरतपुर – 34.86
लूनछ – चूरू – 35.35
पिपलाई – अलवर – 35.43
अयानी – कोटा – 35.56।
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इन अंकों के आधार पर मिला स्थान
अचीवर – ए-प्लस (90 से अधिक)फ्रंट रनर – ए (75 से 90 तक)
परफॉर्मर – बी (60 से 75 तक)
एस्पिरेंट – सी (40 से 60 तक )
बिगिनर – डी (0 से 40 से नीचे)।