इनको बनाया नई DCC यूनिट
अलवर जिले की डीसीसी में 6 विधानसभा सीट (थानागाजी, अलवर ग्रामीण, अलवर शहर, रामगढ़, राजगढ़-लक्ष्मणगढ़ और कठूमर), भरतपुर डीसीसी में 4 विधानसभा क्षेत्र (भरतपुर, नदबई, वैर और बयाना), अजमेर ग्रामीण डीसीसी में 4 विधानसभा सीट (किशनगढ़, पुष्कर, नसीराबाद और केकड़ी) और पाली डीसीसी में 5 विधानसभा क्षेत्र (पाली, मारवाड़ जंक्शन, बाली, सुमेरपुर और सौजत) शामिल है। वहीं, नागौर डीसीसी में 5 विधानसभा क्षेत्र (जायल, नागौर, खींवसर, मेड़ता और डेगाना), जोधपुर ग्रामीण डीसीसी में 5 विधानसभा क्षेत्र (शेरगढ़, ओसियां, भोपालगढ़, लून और ब्लारा), बाड़मेर डीसीसी में 4 विधानसभा क्षेत्र (शीओ, बाड़मेर, गुढ़ामालानी और चौहटन), उदयपुर ग्रामीण डीसीसी में 6 विधानसभा क्षेत्र (गोगुंदा, झाड़ोल, खेरवाड़ा, उदयपुर ग्रामीण, मावली और वल्लभ नगर), सीकर डीसीसी में 5 विधानसभा क्षेत्र (फ़तेहपुर, लक्ष्मणगढ़, धोद, सीकर और दांतारामगढ़, भीलवाड़ा ग्रामीण डीसीसी में 6 विधानसभा क्षेत्र (आसींद, मंडल, सहाड़ा, शाहपुरा, माण्डलगढ़ और जहाजपुर) शामिल है।
DCC गठन के पीछे की रणनीति
कांग्रेस का DCC यूनिट में बदलाव कर जमीनी स्तर पर अधिक सक्रिय और प्रभावी बनाने की दिशा में देखा जा रहा है। पार्टी का मानना है कि इससे अब और ज्यादा नेताओं और कार्यकर्ताओं को संगठन में पद मिल सकेंगे। जिला स्तर पर नेतृत्व को अधिक प्रतिनिधित्व मिलेगा और पार्टी की पकड़ ग्रामीण व शहरी इलाकों में मजबूत होगी।