बता दें कि उस पर आरोप है कि उसने एक लड़की को भगाकर ले जाने वाले मुख्य आरोपी को उत्तर प्रदेश में छिपने के लिए ठिकाना उपलब्ध कराया था। उत्तर प्रदेश पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि यह कर्मचारी फिलहाल जयपुर में मंत्री के सरकारी आवास पर तैनात है।
मंत्री के आवास पर पहुंची पुलिस
इसी सूचना के आधार पर यूपी पुलिस की एक टीम अचानक सिरसी रोड स्थित मंत्री आवास पर पहुंच गई। यूपी पुलिस की इस अप्रत्याशित कार्रवाई से मंत्री आवास में कुछ देर के लिए अफरा-तफरी और खलबली मच गई।
हालांकि, बाद में उत्तर प्रदेश पुलिस टीम ने वहां मौजूद स्टाफ को अपना परिचय दिया और पूरी कार्रवाई के पीछे की वजह और दर्ज मामले की जानकारी साझा की। इसके बाद मंत्री आवास पर तैनात कर्मचारियों ने तुरंत उद्योग मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और स्थानीय करणी विहार थाना पुलिस को पूरे घटनाक्रम की सूचना दी।
पुलिस ने की कार्रवाई की पुष्टि
स्थानीय करणी विहार पुलिस ने मौके पर पहुंचकर यूपी पुलिस की टीम से बातचीत कर उनके आने और कार्रवाई के बारे में पूरी पुष्टि की। आवश्यक औपचारिकताओं के बाद राजस्थान पुलिस ने आरोपी कर्मचारी रामरतन को उत्तर प्रदेश पुलिस के हवाले कर दिया। गिरफ्तारी की यह कार्रवाई दोनों राज्यों की पुलिस के समन्वय से पूरी की गई।