इसी प्रकार जयपुर, भरतपुर, अजमेर, उदयपुर संभाग के भी कुछ भागों में बारिश होने की प्रबल संभावना है। जोधपुर, बीकानेर संभाग के सीमावर्ती क्षेत्रों को छोड़कर पूर्वी भागों के छुटपुट स्थानों पर मेघगर्जन के साथ बारिश होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि 21 जून को भी पूर्वी राजस्थान के कुछ भागों में मेघगर्जन, बारिश जारी रहने और 22-23 जून को भरतपुर, कोटा संभाग के दस जिलों में भारी बारिश की संभावना है।
इन जिलों में अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने करौली, दौसा, भीलवाड़ा, वारा, चित्तौडगढ़, टोंक जिलों और आसपास के क्षेत्रों में अगले 180 मिनट के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इससे अलग-अलग स्थानों पर मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम वर्षा या तेज़ बारिश के साथ आकाशीय बिजली और अंधड़ (अपेक्षित हुह्वा की गति 30-50Kmph) आने की प्रबल संभावना जताई है। वहीं, धौलपुर, भरतपुर, अजमेर कोटा, बूंदी, जयपुर, जयपुर शहर, सवाईमाधोपुर, झालावाड़, सिरोही जिलों और आसपास के क्षेत्रों मे अगले 180 मिनट के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। जिससे अलग-अलग स्थानों पर मेघगर्जन के साथ हल्की वर्षा, आकाशीय बिजली और कहीं कहीं पर तेज (20-30 kmph की संभावना है।
कोटा बैराज का एक गेट खोला
दोपहर करीब दो बजे बाद जयपुर में मानसून की बारिश हुई। राज्य में सबसे अधिक जयपुर जिले के फुलेरा में साढ़े चार इंच (113 मिमी) और रामगंजमंडी में चार इंच बारिश हुई। वहीं हाड़ौती संभाग में बारिश के चलते पानी की अच्छी आवक हुई जिसकी वजह से कोटा बैराज का एक गेट खोलना पड़ा। वहीं, राणा प्रताप सागर बांध में बिजली का उत्पादन भी शुरू हो गया है। इधर गुरुवार को जयपुर के चौमूं में डेढ़ इंच (45) मिमी), सांभर में डेढ़ इंच (46 मिमी), जमवारामगढ़ में सवा इंच (30 मिमी) और भीलवाड़ा में करीब डेढ़ इंच (40 मिमी) बारिश हुई।