रविंद्र के परिवार में पिता सुरेश यादव , मां ओमवती देवी, पत्नी सुदेशना, एक छोटा भाई सुरेंद्र और एक महीने का बेटा है। दिसंबर में बेटे के जन्म के बाद 19 जनवरी को घर पर कुआं पूजन का कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें रविंद्र ने परिवार के साथ समय बिताया। 22 जनवरी को वे ड्यूटी पर लौट गए थे। उनकी अचानक मृत्यु ने पूरे परिवार को गहरे शोक में डाल दिया। पत्नी सुदेशना का रो-रोकर बुरा हाल है।
रविवार सुबह नीमराना पुलिस स्टेशन से तिरंगा यात्रा शुरू की गई। पांच किलोमीटर लंबी इस यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। यात्रा के दौरान ग्रामीणों और परिजनों ने जवान को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। यात्रा उनके पैतृक गांव नाघोड़ी पहुंची, जहां परिजनों ने रविंद्र के अंतिम दर्शन किए। अंतिम यात्रा के बाद रविंद्र यादव का अंतिम संस्कार गांव के श्मशान घाट में किया गया। छोटे भाई सुरेंद्र ने उन्हें मुखाग्नि दी। जवान का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया। पूरे गांव में मातम छाया हुआ है और हर कोई इस वीर जवान के असमय निधन पर शोक व्यक्त कर रहा है।