मुख्यमंत्री के साथ विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी भी श्रद्धांजलि देने पहुंचे। इस दौरान नीरज की पत्नी आयुषी लगातार रोती रही, उन्हें संभालना मुश्किल हो रहा था। नीरज की मां की हालत भी बेहद खराब थी। श्रद्धांजलि देने के लिए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली समेत बीजेपी और कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता पहुंचे। सभी ने एक स्वर में आतंक के खिलाफ एकजुटता दिखाने की बात कही।
नीरज की शहादत ने सिर्फ एक परिवार नहीं, बल्कि पूरे जयपुर को झकझोर दिया है। पिछले 11 महीनों में जयपुर के 5 लोगों की जान आतंकियों ने ले ली है। सवाल अब सिर्फ कार्रवाई का नहीं, सुरक्षा व्यवस्था की गारंटी का है।राजस्थान की सीमा पर लगातार सुरक्षा बढ़ाई जा रही है और राज्य सरकार अलर्ट मोड पर है। सीमावर्ती जिलों में अतिरिक्त पुलिस बल और इंटेलिजेंस निगरानी बढ़ा दी गई है।आज जब नीरज पंचतत्व में विलीन हुए, तो जयपुर ने एक और लाल को खो दिया, लेकिन ये उम्मीद जरूर जगी कि अब देश आतंक के खिलाफ और भी सख्त होगा।