दाेनों परियोजना में समानता
1- नदी जोड़ो अभियान (इंटरलिकिंग) से जोड़ा गया है।2- केन-बेतवा में दो राज्य मध्यप्रदेश व उत्तरप्रदेश जुड़े हैं। इसी तरह राम जल सेतु लिंक परियोजना में राजस्थान और मध्यप्रदेश शामिल हैं।
3- पानी का ट्रांसफर सिस्टम लगभग एक समान है। पेयजल, सिंचाई और औद्योगिक इकाइयों को सप्लाई किया जाएगा।
यह है लागत
1- केन-बेतवा लिंक परियोजना : 44600 करोड़ रुपए।2- राम जल सेतु लिंक परियोजना : 72000 से 75000 करोड़ रुपए (फाइनल होना है)।
इस तरह मिलेगा पानी..
राजस्थान को 4102.60 मिलियन क्यूबिक मीटर (एमसीएम) पानी उपलब्ध होगा। इसमें से 1744 एमसीएम पेयजल, 205.75 एमसीएम जल उद्योग, 1159.38 एमसीएम जल नए सिंचित क्षेत्र, 615.43 एमसीएम जल पूर्व निर्मित बांधों में जल अपवर्तन के लिए और 108 एमसीएम जल भू-जल पुनर्भरण के लिए उपयोग किया जा सकेगा। बाकी 270 एमसीएम जल का उपयोग खराब मानसून के समय में पेयजल उपलब्धता सुनिश्चित करने एवं डीपीआर के अनुसार अन्य विकास कार्यों के उपयोग में लिया जाएगा। इसमें 522.80 एमसीएम पुनः चक्रित जल शामिल है। इस परियोजना में प्रदेश के 17 जिले शामिल हैं।राजस्थान में मकान बनाने वालों की बल्ले-बल्ले, अब 4 गुना सस्ती मिल सकेगी बजरी, खनिज विभाग का बड़ा कदम
मंत्री ने किया है विधानसभा में दावा
जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत हाल ही विधानसभा में दावा कर चुके हैं कि इस परियोजना में 90 प्रतिशत राशि केन्द्र सरकार वहन करेगी। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने रावत से इस मामले में स्थिति स्पष्ट करने के लिए कहा था।Rajasthan Assembly : चिकित्सा मंत्री की घोषणा, राजस्थान में इस वर्ष स्वास्थ्य विभाग में होंगी 26501 नई भर्तियां
जल्द हो जाएगा अधिकारिकतौर पर निर्णय
सैद्धांतिक रूप से स्पष्ट है कि परियोजना की 90 प्रतिशत राशि केंद्र सरकार वहन करेगी। केन-बेतवा प्रोजेक्ट को लेकर जो जानकारी चाही है, वह जल्द भेज रहे हैं। उम्मीद है जल्द राम जल सेतु लिंक परियोजना को लेकर भी अधिकारिकतौर पर निर्णय हो जाएगा।सुरेश सिंह रावत, जल संसाधन मंत्री