एडीजी बंसल ने गुरुवार को इस दो दिवसीय मेगा ऑपरेशन की सफलता का ब्यौरा देते हुए बताया कि पुलिस की इस मुस्तैदी से कानून का राज स्थापित हुआ है। राजस्थान पुलिस अपराधियों के हर मंसूबे को नाकाम करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह ‘ए’ श्रेणी नाकाबंदी केवल एक अभियान नहीं बल्कि अपराधियों के खिलाफ हमारी ‘जीरो-टॉलरेंस’ नीति का स्पष्ट संदेश है।
हमने सुनिश्चित किया है कि कोई भी अपराधी बच न पाए और आम जनता खुद को सुरक्षित महसूस करे, यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। पुलिस की टीमों ने पूरे राज्य में 1519 नाकाबंदी पॉइंट स्थापित किए, जहां दिन-रात चेकिंग अभियान चलाया गया।
ऑपरेशन की चौंकाने वाली उपलब्धियां
कुल जांचे गए वाहन: दोपहिया: 32,102, चार पहिया: 47,448 बड़ी संख्या में वाहन जब्त: मोटर वाहन अधिनियम के तहत 3637 वाहन, आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 106 के तहत 35 वाहन चालान: दो दिवसीय अभियान में एमवी एक्ट के तहत 2428 चालान किए गए। अवैध गतिविधियों पर सीधा प्रहार: 23 एफआईआर आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज, 79 एफआईआर आबकारी अधिनियम के तहत दर्ज, 25 एफआईआर एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज, अन्य विशेष स्थानीय अधिनियमों के तहत 85 एफआईआर
गिरफ्तारियों की झड़ी: एफआईआर मामलों में 193 व्यक्ति गिरफ्तार, आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 170 के तहत 767 व्यक्ति गिरफ्तार, कुल 960 व्यक्ति गिरफ्तार
महत्वपूर्ण सफलताएं और बरामदगियां
उदयपुर में एक मिनी ट्रक से लगभग 700 किलो चांदी के गहने जब्त किए गए, जो अहमदाबाद से जयपुर ले जाए जा रहे थे. तुरंत जीएसटी और इनकम टैक्स विभाग को सूचित किया गया। सीकर में पुलिस ने 35 लाख रुपये की नकदी के साथ 13 वाहन भी जब्त किए। झुंझुनू में एक इटिका कार में सवार सात व्यक्तियों से 19,49,500 रुपये जब्त किए गए। पाली में 12.95 ग्राम एम.डी. ड्रग्स और 6.300 लीटर देशी शराब जब्त की गई।
प्रतापगढ़ में 2 देशी पिस्टल जब्त की गईं। अन्य जिलों जैसे अलवर (140 वाहन जब्त), कोटा ग्रामीण (106 गिरफ्तार) और बीकानेर (560 एमवी एक्ट चालान) में भी बड़ी कार्रवाईयां हुईं। एडीजी बंसल ने इस सफल अभियान के लिए सभी पुलिसकर्मियों की कड़ी मेहनत और समर्पण की सराहना की। उन्होंने बताया कि राजस्थान पुलिस अपराधियों के खिलाफ अपनी मुहिम जारी रखेगी ताकि प्रदेश में अमन-चैन कायम रहे और नागरिक सुरक्षित महसूस कर सकें।