गौरतलब है कि जलशक्ति मंत्रालय ने चिनाब, रावी, व्यास और सतलज लिंक नहर परियोजना के निर्माण के लिए पूर्व संभाव्यता (प्री-फिजिबिलिटी) अध्ययन शुरू कर दिया है।
संधि को कभी पुनर्जीवित नहीं किया जाएगा- शाह
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि पाकिस्तान की हरकतों के कारण भारत की ओर से निलंबित की गई सिंधु जल संधि कभी बहाल नहीं होगी। उन्होंने दोहराया कि भारत एक नहर बनाकर पाकिस्तान की ओर जाने वाले पानी को राजस्थान तक ले जाएगा। एक मीडिया इंटरव्यू में शाह ने साफ कहा कि इस संधि को कभी पुनर्जीवित नहीं किया जाएगा। श्रीगंगानगर तक लाया जाएगा पानी- शाह
अमित शाह ने मध्यप्रदेश में एक कार्यक्रम के दौरान भी कहा था कि तीन साल में सिंधु के जल को नहरों से राजस्थान के श्रीगंगानगर तक लाया जाएगा। इससे राजस्थान के बड़े भू-भाग में सिंचाई की सुविधा मिलेगी और पाकिस्तान बूंद-बूंद के लिए तरसेगा।
बनेंगी 200 KM लंबी नहरें और 12 सुरंगें
जलशक्ति मंत्रालय के प्रारंभिक आंकलन के अनुसार 200 किलोमीटर लंबी नहरें और 12 सुरंगें बनाकर पश्चिमी नदियों के पानी का इस्तेमाल किया जाएगा। सरकार ने सिंधु नदी बेसिन से जुड़े सभी प्रोजेक्ट को तेजी से मंजूरी देने का फैसला किया है। सिंधु नदी बेसिन से जुड़े एक-एक प्रोजेक्ट पर भारत आगे बढ़ेगा और पाकिस्तान की हलक सूखते चले जाएंगे।