राजस्थान विधानसभा बजट सत्र : फसल खराबे, महंगे कोयले और ज्यादा भुगतान पर सदन में हंगामा
Rajasthan Budget Session 2025: महंगा कोयला खरीद, कम गुणवत्ता और ज्यादा भुगतान देने, उत्पादन निगम के घाटे से जुड़े सवाल पर सदन में हंगामे के हालात बन गए। उपनेता प्रतिपक्ष रामकेश मीणा ने कहा कि महंगी दर पर कोयला खरीदा गया।
Rajasthan Budget Session: राजस्थान विधानसभा में बजट सत्र के दूसरे दिन तीन अलग-अलग मुद्दों को लेकर जमकर हंगामा हुआ। फसल खराबे के भुगतान, दोषी अधिकारी को फील्ड पोस्टिंग देने और महंगे कोयला को लेकर विपक्ष ने हंगामा किया। अदानी को फायदा देने का आरोप लगाते हुए विपक्ष ने सत्ता पक्ष को घेरने की कोशिश की। इस बीच नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, कांग्रेस विधायक गोविन्द सिंह डोटासरा और संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल के बीच तीखी नोंक-झोंक हुई। सदन में कृषि मंत्री किरोड़ीलाल की गैर मौजूदगी का मामला भी छाया रहा।
प्रश्नकाल खत्म होते ही विधानसभाध्यक्ष कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा के पूरे बजट सत्र में गैर हाजिर रहने की अनुमति का प्रस्ताव लाए। इसके बाद उन्हें सदन से गैर हाजिर रहने की अनुमति दे दी गई। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने तंज कसा और कहा, किरोड़ी मजबूर हैं, उनकी सुनी नहीं जा रही है।
कोयले का मुद्दा गूंजा
महंगा कोयला खरीद, कम गुणवत्ता और ज्यादा भुगतान देने, उत्पादन निगम के घाटे से जुड़े सवाल पर सदन में हंगामे के हालात बन गए। उपनेता प्रतिपक्ष रामकेश मीणा ने कहा कि महंगी दर पर कोयला खरीदा गया। निर्धारित से कम जीसीबी (ग्रोस कैलोरिफिक वेल्यू) का कोयला सप्लाई किया गया, जबकि भुगतान ज्यादा दिया जा रहा है। इसमें अदानी की कंपनी को फायदा पहुंचाया गया। सरकार अदानी को कब तक बचाएगी? इस पर ऊर्जा राज्य मंत्री हीरालाल नागर ने पलटवार किया।
नागर ने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार के समय छत्तीसगढ़ से तालमेल न होने के कारण पारसा कोल माइंस बंद हुई थी। जिससे 40 प्रतिशत अधिक कीमत पर कोयला खरीदना पड़ा। उन्होंने दावा किया कि कोयले की तीन स्तर पर जांच होती है, उसके बाद ही भुगतान करते हैं।
घाटा कांग्रेस सरकार की वजह से हुआ, वर्तमान सरकार में घाटा नहीं हो रहा है। घोटाले कांग्रेस समय हुए हैं। एक दिन बहस करा लो, मैं कांग्रेस राज का पूरा चिट्ठा खोल दूंगा। इस पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली कम जीसीबी कोयले का ज्यादा भुगतान देने से जुडे़ सवाल का जवाब दिलवाने और जांच का आश्वासन लेने पर अड़ गए। विधानसभा अध्यक्ष ने बीचबचाव करते हुए कहा कि- मंत्री ने जांच रिपोर्ट के लिए कह दिया है।
खराबे पर जवाब नहीं दे रहे मंत्री…
कांग्रेस के चेतन पटेल के पीपलदा में अतिवृष्टि से फसल खराबे से जुड़े सवाल का जवाब ग्रामीण विकास राज्य मंत्री ओटाराम देवासी ने दिया। गोविन्द सिंह डोटासरा इस पर आपत्ति जताते हुए बोले कि- कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा सदन में नहीं हैं और सदन में उनके गैर हाजिर रहने का प्रस्ताव भी नहीं आया। ऐसे में उनकी जगह दूसरा मंत्री क्यों जवाब देगा?
यह वीडियो भी देखें इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा, आसन अनुमति दे रहा है। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने मंत्री देवासी के जवाब को अधूरा बताते हुए कहा कि- सवाल लगाने के बाद विभाग ने प्रभावित किसानों की सूची अपलोड की, उससे पहले उनकी याद नहीं आई। पीपलदा में 50 प्रतिशत से ज्यादा खराबे वाले प्रभावितों की जानकारी मांगी है, जवाब प्रदेश में 33 प्रतिशत से ज्यादा के आधार पर दिया जा रहा है। यह नहीं चलेगा। इस पर भी संसदीय कार्य मंत्री पटेल और जूली के बीच नोकझोंक हुई।
धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध विधेयक पेश
चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह ने सोमवार को विधानसभा में राजस्थान विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध विधेयक, 2025 पेश किया। सरकार ने दावा किया कि विधेयक धार्मिक स्वतंत्रता की गारंटी देने और धर्म निरपेक्षता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लाया गया है।