2027 तक काम पूरा करने का लक्ष्य
लूणी-समदडी-भीलड़ी रेलखण्ड के दोहरीकरण प्रोजेक्ट 2027 तक पूर्ण होना है। रेलवे अधिकारियों के अधिकारियों ने बताया कि भीलड़ी से रामसन 26 किलोमीटर व लूणी से समदड़ी 50 किलोमीटर तक दोहरीकरण कार्य समय पर पूरा हो जाएगा।273 किलोमीटर में है 300 नदी-नाले
रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि 273 किलोमीटर लूणी-समदड़ी-भीलड़ी रेलखण्ड के बीच 300 छोटे-बड़े नदी-नाले है, उस पर नए पूल बनेंगे। इसमें दस मेजर नदिया व नाले है। यहां पर बड़े पूल बनाए जाएंगे। इस खंड पर पहले अर्थ वर्क का कार्य हो रहा है। इसके बाद पूल बनाने का कार्य होगा। साथ ही रेल ट्रैक बिछाने के लिए कंकरीट भी बिछाई जाएगी।क्षेत्रवासियों को मिलेगी सुविधा
इस खंड के दोहरीकरण से क्षेत्रवासियों को काफी फायदा मिलेगा। यात्री रेल सुविधाओं का विस्तार होगा। लबीदूरी की ट्रेने बढ़ेगी। इसके अलावा पैसेंजर व एक्सप्रेस ट्रेन निर्धारित समय पर गंतव्य स्थान पर पहुंचेगी। वर्तमान में इस खंड से रोजाना दो पैंसेजर ट्रेनों के साथ, दो एक्सप्रेस ट्रेन आवाजाही कर रही है। इसके अलावा द्वि साप्ताहिक व सप्ताह में तीन, साप्ताहिक एक्सप्रेस ट्रेन संचालित हो रही है। दरअसल, समदडी-भीलड़ी 223 किलोमीटर रेलखण्ड का आमान परिवर्तन हुआ था। 2024 में इस खण्ड का विद्युतीकरण हुआ है।राजस्थान में रेलवे बिछाएगा 143 KM का ट्रैक, यहां से गुजरेगी रेल लाइन, 14 स्टेशन भी बनेंगे
तीन फेज में चल रहा है कार्य
लूणी-समदडी-भीलड़ी 273 किलोमीटर रेलखंड के दोहरीकरण में तीन फेज में कार्य शुरू हो गया है। अलग से ट्रैक बिछाने के लिए सफाई के बाद अब अर्थ वर्क का कार्य शुरू हुआ है। इसके बाद पुल बनाने का कार्य होगा। इस खंड पर 300 छोटे-बड़े पुल बनने है।-प्रवीण यादव, सहायक अभियंता, रेलवे-समदड़ी