पुजारी पिता और पुत्र की मौत के बाद रविवार सुबह से जारी धरने की सूचना पर दोपहर में मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग स्वयं धरना स्थल पर पहुंचे और समझाइश की। दोपहर बाद सकारात्मक आश्वासन के बाद धरना समाप्त हुआ। जानकारी के अनुसार सायला निवासी प्रकाश कुमार (45) पुत्र मोहनलाल दवे श्रीमाली और उसका 9 वर्षी पुत्र महावीर मोकणी स्थित मंदिर में शाम की आरती कर अपने घर सायला आ रहा था।
इस दौरान पीछे से तेज रफ्तार में आ रही पिकअप गाडी नबर जीजे 18 बीबी 3509 ने टक्कर मार दी। पुलिस ने मामले में चालक को दस्तयाब किया। हादसे के दौरान प्रकाश और उसका पुत्र 200 फीट तक पिकअप ट्रोले के आगे घसीटते रहे, जिससे दोनों को गंभीर चोटें आई और मौत हो गई।
घटना के बाद आस पास के लोग एकत्रित हुई एवं पुलिस एवं एबुलेंस को जानकारी दी। एबुलेंस की सहायता से दोनों को सायला स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहां डॉक्टर ने दोनों को मृत घोषित किया। घटना की जानकारी मिलने के बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण व समाज के लोग अस्पताल पहुंच गए।
6 घंटे किया धरना प्रदर्शन
इस सड़क दुर्घटना के बाद रविवार को सुबह 8 बजे से अस्पताल परिसर में ग्रामीण एवं समाज बंधु धरने पर बैठे। इस दौरान लोगों ने पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा सहित विभिन्न मांगों को लेकर धरना दिया। सूचना पर उपखंड अधिकारी सूजभान विश्नोई तथा थानाधिकारी सुरेंद्रसिंह चौधरी मौके पर पहुंचे और कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
लेकिन समाज के लोग मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़ गए। साथ ही लिखित में सहयोग की मांग करने लगे। दोपहर डेढ़ बजे मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग धरना स्थल पहुंचे एवं उनकी मांगों को सुनकर नियमानुसार सहायता दिलाने तथा सहयोग करने की बात कही। इसके बाद परिजन तथा समाज बन्धु पोस्टमार्टम के लिए सहमत हुए। पुलिस ने मृतक के चाचा की रिपोर्ट पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।
ये मांग पत्र सौंपा गया, जिस पर मिला आश्वासन
● पीड़ित परिवार को आवास के लए भूमि प्रबंध प्रधानमंत्री आवास योजना से की जाए।
● अध्ययनरत बच्चों के लिए संपूर्ण शिक्षा निशुल्क की जाए।
● मृतक की पत्नी रोजगार उपलब्ध करवाया जाए।
● मृतक के बड़े पुत्र को नगरपालिका में रोजगार मुहैया करवाया जाए।
● 1 करोड़ रुपए का मुआवजा दिया जाए।
सात भाई बहनों के सिर से उठा पिता का साया
प्रकाश कुमार के परिवार का पालन पोषण करने वाला सिर्फ प्रकाश ही था। प्रकाश के 6 पुत्र एवं 1 पुत्री है, जिसमें से एक पुत्र महावीर की इस हादसे में मौत हुई। परिवार में कमाने वाला सिर्फ प्रकाश ही था। वहीं रहने के लिए खुदका आशियाना तक नहीं है। वर्तमान में मृतक परिवार सहित समाज के किसी परिचित के घर में निवास कर रहे है। प्रकाश स्वयं मोकणी स्थित देवासी समाज के वांकल माता मंदिर में पूजा कर अपने परिवार का पालन पोषण करता था।