CG News: भर्ती के लिए इंटरव्यू सहित अन्य प्रक्रिया होती रही
विडंबना यह है कि डीईओ ने प्रक्रिया पूरी हो चुकी है कहते हुए आवक जावक रजिस्टर को
बिलासपुर ले गए और मंगलवार को दिन भर डीईओ कार्यालय में बिना रजिस्टर के काम हुआ। संबंधित शाखा के क्लर्क बिना रजिस्टर के ही काम करते रहे। गौरतलब है कि जिले के स्वामी आत्मानंद स्कूलों में शिक्षकों के 53 पदों में भर्ती होनी है। इसके लिए 47 पदों के लिए अभ्यर्थी मिले। पांच पदों के लिए अभ्यर्थी ही नहीं मिले। बीते एक सप्ताह से भर्ती के लिए इंटरव्यू सहित अन्य प्रक्रिया होती रही।
आखिरकार 19 जनवरी को भर्ती की पूरी प्रक्रिया हो चुकी थी। 20 जनवरी को चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपना था। इसकी तैयारी के लिए डीईओ ने 20 जनवरी की पूरी रात डीईओ कार्यालय के पूरे दस्तावेजों को बिलासपुर स्थित अपने घर ले गए थे। सोमवार को जब कार्यालय खुला तब तक चुनाव आचार संहिता का बिगुल बज चुका था।
डीईओ अश्वनी कुमार भारद्वाज: कुछ लोगों के द्वारा किसी मुद्दों को लेकर जबरन अफवाह फैलाया जाता है। कुछ हुआ नहीं फिर भी बेबुनियाद आरोप लगाया जाता है। सबको पता है कि चुनाव आचार संहिता लगने के बाद किसी को नियुक्ति आदेश नहीं दिया जा सकता। इस मामले को लोग बेवजह तूल दे रहे हैं।
कलेक्टर को दी सूचना तब रुका नियुक्ति पत्र सौंपने का सिलसिला
मंगलवार को डीईओ के कुछ लोगों को यह जानकारी मिली कि डीईओ आफिस में डीईओ समेत क्लर्क नहीं है। आवक-जावक सहित कई रजिस्टर भी नहीं है। ऐसे में कुछ लोगों ने मामले की जानकारी कलेक्टर को दी। कलेक्टर ने तत्काल मामले को गंभीरता से लेते हुए भावी शिक्षकों को नियुक्ति पत्र देने से मना कर दिया। इसके चलते चयनित शिक्षकों को नियुक्ति पत्र देने पर रोक लगी।
रजिस्टर में 10 पेज कोरा छोड़ने का क्या मतलब?
भावी शिक्षकों को नियुक्ति पत्र देने के लिए डीईओ ने रजिस्टर में 10 पेज कोरा छुड़वा दिया था। ताकि 20 जनवरी को शिक्षकों को नियुक्ति दी जा सके। उन्हाेंने यह भी किया कि आवक जावक रजिस्टर के 10 पेज को स्टेपलर मार दिया था और रजिस्टर को बिलासपुर ले गए थे। डीईओ आफिस में यह रजिस्टर मंगलवार को पहुंचा। कलेक्टर को दी सूचना तब रुका नियुक्ति पत्र सौंपने का सिलसिला
मंगलवार को डीईओ के कुछ लोगों को यह जानकारी मिली कि डीईओ आफिस में डीईओ समेत क्लर्क नहीं है। आवक-जावक सहित कई रजिस्टर भी नहीं है। ऐसे में कुछ लोगों ने मामले की जानकारी कलेक्टर को दी। कलेक्टर ने तत्काल मामले को गंभीरता से लेते हुए भावी शिक्षकों को नियुक्ति पत्र देने से मना कर दिया। इसके चलते चयनित
शिक्षकों को नियुक्ति पत्र देने पर रोक लगी।
रजिस्टर में 10 पेज कोरा छोड़ने का क्या मतलब?
CG News: भावी शिक्षकों को नियुक्ति पत्र देने के लिए डीईओ ने रजिस्टर में 10 पेज कोरा छुड़वा दिया था। ताकि 20 जनवरी को शिक्षकों को नियुक्ति दी जा सके। उन्हाेंने यह भी किया कि आवक जावक रजिस्टर के 10 पेज को स्टेपलर मार दिया था और रजिस्टर को बिलासपुर ले गए थे। डीईओ आफिस में यह रजिस्टर मंगलवार को पहुंचा।