इतना ही नहीं, किसी छात्र के मार्कशीट में माता-पिता का नाम गायब है तो किसी के अंकसूची में छात्र, माता-पिता का नाम की जगह दूसरी भाषा मुद्रित हो गई है। गौरतलब है कि पांचवीं-आठवीं की अंकसूची छपाई में त्रुटि की शिकायतें तो जिले के सभी ब्लॉकों में बताई जा रही है, मगर सबसे ज्यादा त्रुटियां पामगढ़ ब्लॉक में हुई हैं। अनुपस्थित छात्रों के उत्तीर्ण होने का मामला भी यहीं का है।
CG Board Exam 2025 Scam: बोर्ड परीक्षा या मजाक
विद्यालय स्तर से ही गलत जानकारी बीईओ ऑफिस तक पहुंची थी, या बीईओ से डीईओ ऑफिस तक जानकारी भेजने में त्रुटि हुई है या डीईओ से डेटा भेजने में लापरवाही। या फिर जहां अंकसूची प्रिंट हुई है वहां की गलती है। यह जांच का विषय है। फिलहाल बच्चों का पूरा भविष्य दांव में लग गया है।
केस-1
शाप्राशा पिछड़ा वर्ग मोहल्ला पामगढ़ पांचवीं बोर्ड एग्जाम में छात्र कार्तिक टंडन, रोल नंबर 559725 अनुपस्थित था। लेकिन जो अंकसूची
विद्यालय को मिली है, उसमें उक्त छात्र उत्तीर्ण है और 63 प्रतिशत प्राप्तांक भी है। स्कूल का ही एक और छात्र दुर्गेश यादव भी परीक्षा में शामिल नहीं हुआ था, अंकसूची में 57.50 प्रतिशत अंक मिले हैं।
केस-2
प्राशा विद्या अनुदान मंदिर सेमरिया, पामगढ़ रोल नंबर 552084 वाले छात्र के अंकसूची में न तो छात्र का नाम अंकित है और न ही माता-पिता का। छात्र का नाम, पिता-माता के नाम वाला कॉलम में किसी का नाम का नहीं है और ऐसी ही अंकसूची विद्यालय को भेज दी गई है। केस- 3
स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल पामगढ़ पामगढ़ में संचालित यह स्कूल अंग्रेजी माध्यम में संचालित है।
विद्यालय को पांचवीं की 59 छात्रों की अंकसूची प्राप्त हुई है, सभी अंकसूची में छात्रों के नाम, माता-पिता के नाम, जन्मतिथि में त्रुटि है। यहीं नहीं, अंग्रेजी माध्यम के बजाए अंकसूची में स्कूल को हिंदी माध्यम बना दिया गया है।
पांचवी-आठवीं बोर्ड परीक्षा की अंकसूची छपाई में त्रुटियों की भरमार
पामगढ़ ब्लॉक शिक्षाधिकारी एमएल कौशिक ने कहा की कई स्कूलों में पहुंची अंकसूची में त्रुटियां है। संबंधित स्कूलों से ऐसे बच्चों की जानकारी मंगा रहे हैं। जिसे डीईओ कार्यालय भेजेंगे, वहां से सुधार होगा। जांजगीर-चांपा के डीईओ अश्वनी भारद्वाज ने कहा की अंकसूची रायपुर से जिले में पहुंची है, अंकसूची में प्रिटिंग मिस्टेक हैं। ऐसे अंकसूची को बच्चों को वितरण नहीं कर रहे। नई अंकसूची बनकर आएगी। अनुपस्थित छात्रों के उत्तीर्ण होने की जानकारी नहीं है, अगर ऐसा है तो गंभीर मामला है, जांच कराएंगे।