पुलिस के अनुसार, रामकुमार केंवट ने बाराद्वार थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी पत्नी दुवासबाई घर पर नहीं है। तब रामकुमार ने अपनी बेटी से पूछा तो बेटी ने बताई कि वह दोपहर 3 बजे से घर पर नहीं है। रामकुमार अपनी पत्नी को खोजते हुए घर के बगल में युधिष्ठीर केंवट के खंडहरनुमा मकान में जाकर देखा तो उसकी पत्नी दुवासबाई की मृत हालत में पड़ी थी। दुवासबाई के सिर एवं शरीर में गंभीर चोट के निशान थे। उसकी किसी ने
हत्या कर दी थी।
मौके जांच पर डॉग स्क्वायड एवं फोरेंसिंक टीम से निरीक्षण एवं गवाहों का कथन, घटना स्थल निरीक्षण के आधार पर यह ज्ञात हुआ कि मृतिका दुवास बाई एवं पड़ोसी राम कुमार केवंट के साथ अवैध संबंध है। पुलिस ने मुखबिरों से जानकारी एकत्र कर घटना के 8 घंटं बाद ग्राम डुमरपारा से संदेही रामकुमार केंवट पिता गुलाब केंवट 48 निवासी डुमरपारा को हिरासत में लेकर पूछताछ की और उसने अपराध कबूल कर लिया।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
30 मई को दुवासबाई का पति जब डोंगरीडीह अपने काम से गया था इसकी जानकारी आरोपी को भी थी। दोपहर लगभग 2.50 बजे दोपहर घर में सो रहा था। तब दुवास बाई रामकुमार घर के दरवाजे को खटखटाई वह घर से बाहर निकला तो आरोपी को ईशारा करके दुवासबाई केंवट सूने मकान में आनें के लिए बोली। उसके पीछे-पीछे आरोपी भी गया। दुवासबाई ने खंडहर मकान के अंदर आरोपी से जरूरी काम है कहकर 5 हजार रुपए की मांग की।
तब रामकुमार ने कहा अभी मेरे पास पैसे नहीं है रायगढ़ से मंगाया हूं जब रुपए आ जाएगा तब तुम्हें पैसे दे दूंगा। इतने में दुवासबाई केंवट नाराज होकर गुस्से से आरोपी को दो थप्पड़ गाल में जड़ दी। तब उसका प्रेमी भी लकड़ी के गुटके से दुवासबाई के सिर ताबड़तोड़ वार कर की। इससे उसकी मौके पर मौत हो गई।