Sushasan Tihar 2025: कैसे मनेगा सुशासन तिहार
पंचायत सचिवों हड़ताल के 22वें दिन मोदी की गारंटी के तहत 100 दिन में शासकीयकरण का वादा किया गया था। लेकिन आज तक मांगें पूरी नहीं हुई। इसके लिए पंचायत सचिव अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहे हैं। इसी क्रम में सोमवार को सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला गया। जिले भर
पंचायत सचिव जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ठाकुर के नेतृत्व में जांजगीर में एकजुट हुए। इसके बाद शासकीयकरण की मांग को लेकर सचिवों एकजुट होकर बाइक रैली निकाली।
साथ ही तख्ती पर स्लोगन हमला चाहिए
शासकीयकरण, बात खतम.. सहित अन्य लिखकर नारेबाजी की गई। इसके बाद एसडीएम कार्यालय पहुंचे। जहां एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। उनका कहना है कि सरकार बनने से पहले मोदी की गारंटी के तहत वादे किए गए थे, वे अब तक पूरे नहीं हुए हैं।
हड़ताल के चलते नवनिर्वाचित सरपंचों को अब तक प्रभार नहीं मिल पाया है। इससे पंचायतों में काम ठप है। पीएम आवास, मनरेगा और अन्य विकास कार्य भी प्रभावित हो रहा है। आय, जाति व निवास प्रमाण पत्र, गरीबी रेखा के प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहे है। इससे ग्रामीण क्षेत्र की जनता सीधे तौर पर लाभ से वंचित हो रहे है।
20 से दिल्ली के जंतर-मंतर में करेंगे प्रदर्शन
पंचायत सचिवों ने चेतावनी दी है कि यदि 19 अप्रैल तक शासकीयकरण की मांग पूरी नहीं की गई। वे दिल्ली के जंतर-मंतर पर आंदोलन के लिए कूच करेंगे। जिले के सभी पंचायत सचिव 20 से देश के राजधानी में आंदोलन करेंगे। क्योंकि यह मोदी की गारंटी के तहत मांग पूरा करने
अनिश्चितकालीन हड़ताल किया जा रहा है।
पंचायत भवनों में ताला लटका हुआ है। चाबी हड़ताली सचिवों के पास है। इधर आज से जिले में सुशासन तिहार मनाया जाएगा। प्रशासन युद्ध स्तर पर तैयारी को अंतिम रूप देने में जुटा हुआ है। हालांकि रोजगार सहायक, पशु चिकित्सा अधिकारी, कृषि विस्तार अधिकारी व अन्य की तैनाती की गई है। लेकिन इसके बावजूद काम प्रभावित होगा।