दरअसल, प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार में कलेक्टर नेहा मीना के चयन के लिए पूर्व नीति आयोग के दो सदस्यीय दल झाबुआ आया था। इस दल को नेहा मीना के कुपोषण दूर करने वाला मॉडल मोटी आई बहुत पसंद आया। इस समुदाय आधारित मॉडल से गंभीर कुपोषण की स्थिति में बदलाव आया। जो कि अपने आप में ही बड़ा उदाहरण है। इनके आधार पर कलेक्टर नेहा मीना के कार्य की मार्किंग की गई। इसके पश्चात कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में एक्सपर्ट कमेटी द्वारा 4 अप्रेल को बकायदा कलेक्टर का इंटरव्यू लिया। तब पुरस्कार के लिए चयन हुआ।
बता दें कि, प्रधानमंत्री पुरस्कार तीन श्रेणियों में जिलों का समग्र विकास, आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम और नवाचार में प्रदान किया जाता है। जिसके लिए देशभर के 710 जिलों से 1500 से अधिक अफसरों ने अपना नामांकन कराया था। श्रेष्ठ कार्य के आधार पर 16 अफसरों का चयन पुरस्कार के लिए किया गया। जिसमें टॉप 5 में झाबुआ कलेक्टर नेहा मीना का नाम है। उन्होंने आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के तहत चिन्हित आकांक्षी ब्लॉक में सामाजिक-आर्थिक, स्वास्थ्य, शिक्षा और बुनियादी ढांचे में सुधार की दिशा में उत्कृष्ट कार्य किया है।
नेहा मीना को मिल चुके हैं कई अवॉर्ड
कलेक्टर नेहा मीना को 15वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर 25 जनवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बेस्ट इलेक्टोरल प्रैक्टिस अवार्ड से समानित किया था। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार उन्हें लोकसभा चुनाव के दौरान मतदाता जागरुकता अभियान के तहत शुभंकर चुनावी काका-काकी के साथ किए नवाचार के लिए दिया गया था। ऐसे ही उन्हें केंद्रीय जलशक्ति मंत्रालय द्वारा वेस्ट मैनेजमेंट अवॉर्ड 2020 पुरस्कृत किया था। नदियों के पुनर्जीवन व संरक्षण के तहत चोरल नदी के संरक्षण के लिए केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय जल पुरस्कार से समानित किया था। वहीं नीमच अपर कलेक्टर के रूप में भू-अभिलेख के आधुनिकीकरण, ग्राम नक्शों के डिजिटाइजेशन, अभिलेखागार के मॉर्डनाइजेशन और लैंड रिकॉर्ड्स के क्षेत्र में किए कार्यों के लिए 18 जुलाई 2023 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें ’’भूमि समान प्लैटिनम अवार्ड’’ से समानित किया था।