फैक्ट फाइल- – जिले में गिवअप अभियान में अभी तक 7470 उपभोक्ताओं ने अपना राशन छोड़ा। -रसद विभाग ने 505 अपात्र लोगों को नोटिस जारी किया।
अभियान को बनाया जन आंदोलन-
राजस्थान सरकार ने गिव अप अभियान को अब एक सशक्त जन आंदोलन का रूप दिया है। खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के मंत्री सुमित गोदारा ने गत दिनों स्पष्ट कहा कि राज्य की मंशा है कि खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ हर उस पात्र व्यक्ति तक पहुंचे जो अब तक वंचित रहा है। लेकिन जिले में लोग इसमें रूचि नहीं दिखा रहे हैं। हालांकि अब तक प्रदेशभर में 20.71 लाख लोगों ने स्वेच्छा से खाद्य सुरक्षा का लाभ छोड़ा है, जिससे 378 करोड़ रुपए की वार्षिक बचत केवल गेहूं वितरण से हुई है। इस अभियान से रसोई गैस सब्सिडी,आयुष्मान योजना और दुर्घटना बीमा योजना में भी बड़ी बचत संभव हो रही है। झालावाड़ अंतिम पांच जिलों में जिला आवेदन प्रतापगढ़ 250 बंूदी 322 धौलपुर 290 करौली 395 झालावाड़ 607
50 लाख तक करने का लक्ष्य-
गोदारा ने गत दिनों निर्देश दिए कि गिव अप संख्या को 35 लाख से बढ़ाकर 50 लाख, फिर 60 लाख तक पहुंचाया जाए। यह भी स्पष्ट किया कि जिन लाभार्थियों को योजना से हटाया गया है, उनके स्थान पर पात्र लोगों को जोड़ा जाएगा। राज्य के लिए 4.46 करोड़ की केंद्रीय सीमा में अभी भी 16 लाख स्थान खाली हैं। इस माह तक 50 लाख नए लाभार्थियों को जोड़े जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। खाद्य सुरक्षा योजना के तहत ये लाभ मिलते है- -प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत प्रति व्यक्ति 5 किलो गेहूं। – मुख्यमंत्री रसोई गैस योजना में 450 रुपए में 12 सिलेंडर।
– मुख्यमंत्री आयुष्मान योजना के अंतर्गत नि:शुल्क इलाज। – दुर्घटना में मृत्यु होने पर 5 लाख रुपये तक का बीमा।
30 जून अंतिम तारीख-
जिले में गिवअप अभियान की तारीख 30 जून तक कर दी है। विभाग की ओर से लगातार उपभोक्ताओं को व राशन दुकानदारों को प्रेरित किया जा रहा है।
देवराज रवि, जिला रसद अधिकारी, झालावाड़।