ऐसे हुआ शक
पुलिस ने बताए गए घटना स्थल का जायजा लिया तो कई बिंदुओं को लेकर शक हुआ। इसके बाद वाहिद की कॉल डिटेल खंगाली तो शक पुख्ता हो गया। उसे पकड़कर सख्ती बरती गई तो उसने सच उगल दिया। पुलिस को परिवादी की स्कूटी व मोबाइल मिल गया जिसे कब्जे में लिया गया। घटनास्थल के आस-पास व इलाका थाना में सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए। बीटीएस उठाए गए।
अयान ने खोले राज
कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस ने दूसरे आरोपी अयान पठान निवासी हिंगोनिया पुलिस थाना जोबनेर जयपुर ग्रामीण को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की। उसने स्वीकार किया कि उसके गांव के ताहिर पठान ने वाहिद के साथ मिलकर लूट की घटना को अंजाम देने का ड्रामा रचा था। जिसमें उसे रुपयों का लालच देकर साथ देने के लिए राजी कर लिया। वाहिद की योजना के अनुसार अयान व ताहिर ने लूट की घटना को अंजाम दिया। स्कूटी की डिग्गी में रखे 2 लाख रुपए निकाल लिए। स्कूटी व मोबाइल को छोडकर मण्डावा, नवलगढ, उदयपुरवाटी, श्रीमाधोपुर होते हुए वापस गांव चले गए।
12 लाख वाहिद ने पहले ही निकाले
लूट का ड्रामा रचने से पहले ही वाहिद ने बारह लाख रुपए निकालकर अलग छिपा दिए थे। पुलिस ने बारह लाख रुपए नकद बरामद कर लिए हैं। घटना में शामिल तीसरे आरोपी ताहिर की तलाश के लिए टीम गुजरात व महाराष्ट्र रवाना की गई, परन्तु वह नहीं मिला। घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल को जब्त करना भी बाकी है। एसपी ने बताया कि पकड़ने वाली टीम का सम्मान किया जाएगा।
गिरफ्तार आरोपी
-वाहिद पुत्र मोहम्मद उमर काजी उम्र 23 साल 9 माह निवासी मौहल्लातेलियान वार्ड नम्बर 23 रामगढसेठान जिला सीकर । यान खान पुत्र मोहम्मद इलियास खान पठान उम्र 19 साल 9 माह निवासी पठानों का मोहल्ला, हिंगोनिया पुलिस थाना जोबनेर, जयपुर ग्रामीण जिला जयपुर।
अकाउंटेंट था वाहिद
वाहिद रामगढ़ में अनाज व्यापारी के यहां अकाउंटेंट से संबंधित कार्य करता था। वह दो साल से यहां काम कर रहा था। रुपए लेने के लिए झुंझुनूं की अनाज मंडी में आया था। उसकी शादी करीब छह माह पहले हुई थी। शादी के दौरान उस पर करीब दस-बारह लाख रुपए का कर्जा हो गया था। जिनसे कर्जा लिया था वे लगातार चुकाने का तकादा कर रहे थे। इसी के चलते उसने लूट का ड्रामा रचा।
यह रहे टीम में शामिल
इस कार्रवाई में उपनिरीक्षक रामपाल मीना (थानाधिकारी, बिसाऊ), सउनि इन्द्राज सिंह, कांस्टेबल नरेन्द्र, राकेश, धर्मपाल, श्रीराम, विकास, सुरेन्द्र सिंह, अमित कुमार, विक्रम, हैड कांस्टेबल विक्रम ताखर, साइबर सैल झुंझुनूं से हेड कांस्टेबल दिनेश कुमार, जितेन्द्र थाकन एवं कांस्टेबल अरविन्द कुमार शामिल थे। कांस्टेबल नरेन्द्र व एचसी जितेन्द्र थाकन की विशेष भूमिका रही।