पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी के निर्देशन में हुई इस कार्रवाई में सामने आया कि आरोपी खुद को माइक्रोसॉफ्ट का कर्मचारी बताकर वॉशिंगटन, अमेरिका की लोकेशन बताते थे। वे माइक्रोसॉफ्ट से जुड़ी तकनीकी समस्याओं का समाधान देने के बहाने अमेरिकी नागरिकों को कॉल कर उनके कंप्यूटर में “अल्ट्रा व्यूअर” जैसे रिमोट एक्सेस एप्स डाउनलोड कराते थे। इसके बाद उनके सिस्टम का एक्सेस लेकर निजी डाटा चोरी कर साइबर ठगी की जाती थी।
आरोपी “आईबीम”, “माइक्रो सिप”, “टर्बो वीपीएन” और अन्य टूल्स की मदद से कॉल ट्रांसफर और सिस्टम हैक कर पीड़ितों की बैंक डिटेल्स तक पहुंचते थे। गिरफ्तार किए गए युवकों और युवतियों में मणिपुर, नागालैंड, दार्जिलिंग, दिल्ली और मिजोरम के निवासी शामिल हैं।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आईटी एक्ट और बीएनएस की धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अब तक कितनी राशि की ठगी की गई है, इसका पता लगाने के लिए गहनता से पूछताछ की जा रही है। इस कार्रवाई में कांस्टेबल विक्रम सिंह की विशेष भूमिका रही।