सहायक पुलिस आयुक्त बोरानाडा आनंदसिंह राजपुरोहित ने बताया कि लूनी थाना पुलिस की चेतक सुबह गश्त पर थी। खेजड़ली चौराहे के पास अवैध बजरी से भरा डम्पर आया तो पुलिस ने उसे रूकने का इशारा किया, लेकिन चालक डम्पर को और तेजी से भगा ले गया। यह देख चेतक के चालक ने डम्पर का पीछा किया। चालक डम्पर को गोरा होटल की तरफ भगाने लगा, लेकिन रास्ते में उसने डम्पर कच्चे मार्ग की तरफ मोड़ लिया। कुछ दूरी पर उसने डम्पर रोका और लिफ्ट ऊपर कर सड़क के बीचों बीच बजरी खाली करने लगा। इतने में पुलिस भी पीछा करते हुए वहां आ गई। कांस्टेबल सुरेश बिश्नोई चेतक से नीचे उतरा और पैदल ही डम्पर चालक के पास पहुंचा। वह चालक से बजरी के संबंध में बात करने लगा। इतने में चालक ने डम्पर भगाने के लिए सिपाही को कट मारा। डम्पर का कुछ हिस्सा कांस्टेबल के गुप्तांग के पास लगा। वह नीचे गिर गया। इतने में चालक ने डम्पर सिपाही के ऊपर से निकाल दिया। कमर के नीचे का हिस्सा कुचल दिया। सिपाही के खून ही खून निकलने लगा। चेतक में पुलिस के साथी जवान वारदातस्थल की तरफ भागे। तब तक चालक डम्पर को भगा ले जा चुका था।
साथी पुलिसकर्मियों ने अपने अधिकारियों को अवगत कराया और फिर गंभीर हालत में लहुलूहान सिपाही को लेकर मथुरादास माथुर अस्पताल पहुंचे, जहां गंभीर हालत में उसे आइसीयू में भर्ती कराया गया है। पुलिस अधिकारी अस्पताल पहुंचे और डॉक्टर्स से बातचीत कर समुचित इलाज की व्यवस्था का आग्रह किया।
पुलिस ने अज्ञात डम्पर चालक के खिलाफ जान से मारने के प्रयास का मामला दर्ज किया है।