थानाधिकारी जुल्फिकार अली ने बताया कि सवाई माधोपुर जिले में राजनगर निवासी डॉ. कविता वर्मा (31) का शव मंगलवार रात एमडीएम अस्पताल परिसर में गर्ल्स हॉस्टल के एक कमरे में मिला था। मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। ऐसे में मृत्यु का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है।
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पुलिस का कहना है कि साल 2014-15 बैच की एमबीबीएस छात्रा थी। हाल ही में उसकी एमबीबीएस पूरी हुई थी। उसके दूसरे सहपाठी डॉक्टर प्रैक्टिस और पीजी कर रहे हैं। गत मार्च महीने में उसने इंटर्नशिप पूरी की थी।
दो दिन बाद तरल पदार्थ कमरे से निकला तो पता लगा
डॉ. कविता रविवार के बाद से कमरे से बाहर नहीं आई थी। इसके बावजूद आसपास के कमरों में रहने वाली छात्राएं अनभिज्ञ ही थी। मंगलवार रात कमरे के दरवाजे के नीचे से तरल पदार्थ बाहर आया तो दुर्गंध फैली थी। तब सभी को अंदेशा हुआ था। पुलिस की मौजूदगी में दरवाजा तोड़ा गया तो पलंग पर डॉ. कविता का शव मिला था।
डिप्रेशन में थी छात्रा, चल रहा था इलाज
दस साल में एमबीबीएस पूर्ण करने से संभवत: वह डिप्रेशन में थी। इसका इलाज भी चल रहा था। बीमारी या दवाई की ओवरडोज से भी मृत्यु हो सकती है। पुलिस ने आत्महत्या की आशंका से भी इनकार नहीं किया है।