मृतका के पिता ने आरोप लगाया कि हॉस्टल संचालक तुषार गहलोत ने बिना पुलिस को जानकारी दिए संगीता के शव को फंदे से उतारा और अकेले ही टैक्सी में अस्पताल ले गया। पहले उसे गोयल अस्पताल ले जाया गया और फिर महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
कमरा बंद था, फिर दरवाजा कैसे खुला?
परिजनों ने इस घटना को संदिग्ध बताते हुए कई सवाल उठाए हैं। परिजनों का कहना है कि यदि कमरा अंदर से बंद था, तो हॉस्टल संचालक ने दरवाजा कैसे खोला? उसने आसपास के लोगों या पुलिस को सूचना क्यों नहीं दी? क्यों अकेले ही शव को अस्पताल पहुंचाया गया?
हत्या के संदेह पर पुलिस जांच में जुटी
मृतका के पिता का आरोप है कि तुषार गहलोत ने संगीता के साथ मारपीट की और फिर उसकी हत्या कर फंदे से लटका दिया, ताकि इसे आत्महत्या दिखाया जा सके। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि घटना के सबूत मिटाने की कोशिश की गई है। मंगलवार को पुलिस ने संगीता के शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया। मंगलवार को ही सांचौर के परावा गांव में अंतिम संस्कार किया गया। गांव में गमगीन माहौल बना हुआ है। रातानाडा थाना पुलिस ने आईपीसी की धारा 103(1) के तहत मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। पुलिस हॉस्टल संचालक और अन्य संभावित संदिग्धों से पूछताछ कर रही है। संगीता के साथ क्या हुआ, इसका खुलासा पुलिस जांच के बाद ही होगा।