थानाधिकारी हरीशचन्द्र सोलंकी ने बताया कि इन्द्रोका गांव निवासी भोमसिंह (52) की शनिवार रात गांव के बस स्टैण्ड पर गोली मारकर हत्या की गई है। रिश्तेदार शैलेन्द्र सिंह के भी छर्रे लगे हैं, जो मथुरादास माथुर अस्पताल में भर्ती है। मारपीट व धक्का-मुक्की में मृतक के पुत्र भगतसिंह के भी चोटें आईं। पुत्र ने इन्द्रोका गांव निवासी श्रवणसिंह व उसके भाई वीरेन्द्रसिंह, पिता ईश्वरसिंह व भंवरसिंह के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया है, जो अभी तक पकड़े नहीं जा सके हैं।
दोनों पक्ष पारिवारिक सदस्य भी बताए जाते हैं। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजन को सौंपा। भोमसिंह के सीने व पांव में छर्रे लगे थे। जिससे उसकी मृत्यु हो गई।
चोरी, जानलेवा हमला व शराब बिक्री
पुलिस का कहना है कि मृतक व आरोपियों में एक साल से रंजिश है। आरोपी श्रवणसिंह व वीरेन्द्रसिंह की बिंजवाडि़या व मथानिया थाना क्षेत्र में शराब की दुकानें हैं। शराब की अवैध बिक्री को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हो सकता है। कुछ समय पहले आरोपी के वहां चोरी हुई थी। फिर दोनों में राजीनामा हो गया था। एक अन्य वजह जानलेवा हमले की रंजिश भी होने की आशंका है। इस मामले में मृतक का बेटा जेल में बंद रहा था। कुछ समय पहले ही वह जेल से छूटा था। आरोपियों के पकड़ में आने पर ही रंजिश का पता लग पाएगा।
फोन पर चैलेंज देकर बुलाया, टक्कर मार हत्या की
आरोपियों व भोमसिंह के बीच शनिवार देर रात विवाद हुआ था। आरोपी पक्ष ने भोमसिंह को कॉल कर धमकियां व गाली-गलौच की थी। उसने भोमसिंह को चैलेंज दिया था कि वो गांव के बस स्टैण्ड पर आकर दिखाए। इस पर भोमसिंह, रिश्तेदार शैलेन्द्रसिं हव पुत्र भगतसिंह कार से बस स्टैण्ड पहुंचे थे, जहां पहले से खड़े श्रवण व वीरेन्द्रसिंह ने भोमसिंह की गाड़ी को टक्कर मारी और फिर 12 बोर बंदूक से गोली मार दी थी।