ACB Raid: आरोपी को रंगेहाथ पकड़ने की बनाई योजना
मिली जानकारी के अनुसार, नरसिंग उयके ने तीन महीने पहले अपने जमीन के
डायवर्सन के लिए रिपोर्ट तैयार करवाने के लिए राजस्व निरीक्षक संतोष टोप्पो से संपर्क किया था। शुरुआत में संतोष टोप्पो ने 2,000 रुपए की रिश्वत की मांग की थी, लेकिन नरसिंग उइके ने इसे नहीं दिया। फिर, किसान ने 1,000 रुपए दिए। लेकिन इसके बाद भी रिश्वत की मांग जारी रही। संतोष टोप्पो ने कहा कि बिना पैसे के काम नहीं हो सकता।
किसान को परेशान करना जारी रखा। परेशान होकर नरसिंग ने एसीबी से संपर्क किया। पूरी स्थिति को बताया। 13 जनवरी को नरसिंग उइके ने एसीबी को शिकायत दी। इसके बाद एसीबी ने जांच शुरू की। अधिकारियों ने किसान को एक टेप रिकॉर्डर दिया। रिश्वत देने के लिए 14 जनवरी को दुर्गूकोंदल स्थित राजस्व निरीक्षक कार्यालय भेजा। टेप रिकॉर्डर के माध्यम से एसीबी ने सारी बातचीत को रिकॉर्ड किया। फिर टीम को गठित कर आरोपी को रंगेहाथ पकड़ने की योजना बनाई।
डायवर्सन के लिए कर रहा था परेशान
14 जनवरी को जब नरसिंग उइके ने 20,000 रुपए की रिश्वत राजस्व निरीक्षक को दी, तो संतोष टोप्पो ने 1,000 रुपये की राशि वापस कर दी। इसके बाद, संतोष टोप्पो ने रिश्वत की पूरी रकम 19,000 रुपये को कहीं छुपा लिया या किसी परिचित को दे दिया। इस बीच, एसीबी की टीम ने दबिश दी और राजस्व निरीक्षक को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
किसान नरसिंग ने बताया कि वह महेन्द्रपुर में अपनी पट्टे की जमीन का डायवर्सन कराना चाहता था। राजस्व निरीक्षक ने लगातार उसे पैसे देने के लिए कहा। पहले 2,000 रुपए की मांग की गई थी। बाद में 10,000 रुपए तक की डील हुई। कुल मिलाकर 30,000 रुपाए में जमीन के डायवर्सन रिपोर्ट का काम तय हुआ था।
टेप रिकॉर्डर में सत्यापन पुख्ता हुआ, तब पकड़ा
ACB Raid: एसीबी के उप पुलिस अधीक्षक रमेश मरकाम ने बताया कि 13 जनवरी को नरसिंग ने रिश्वत की शिकायत की थी। एसीबी ने उस शिकायत का सत्यापन किया। फिर 14 जनवरी को टेप रिकॉर्डर के माध्यम से पुष्टि की। इसके बाद
एसीबी की टीम ने राजस्व निरीक्षक को रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
रिश्वत की रकम जब्त की। अधिकारियों ने बताया कि आरोपी ने रिश्वत की रकम को छुपा लिया था। इसके साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। गौरतलब है कि मामले में एसीबी ने न सिर्फ रिश्वत की रकम पकड़ने में सफलता पाई, बल्कि आरोपी द्वारा की गई धोखाधड़ी और छुपाई गई रकम को भी उजागर किया।