यह बन रहा ग्रेड सेपरेटर
बता दें कि ग्रेड सेपरेटर की कुल लंबाई 33.40 किमी है। जिसमें डाउन ग्रेड सेपरेटर 17.52 किमी एवं अप ग्रेड सेपरेटर 15.85 किमी का निर्माण कार्य किया जा रहा है। इस ग्रेड सेपरेटर में कुल 689 पियर्स/अब्यूटमेंट्स, 8 रेल ओवर रेल (आरओआर), 6 मेजर ब्रिज निर्माण कार्य के साथ एलिवेटेड डेक पर पॉइंट्स और क्रॉसिंग का कार्य भी किया जा रहा है। साथ ही कटनी ग्रेड सेपरेटर निर्माण कार्य में तेजी लाने, अप साइड में 1570 फाउंडेशन एवं 264 पियर्स और डॉउन साइड में 2592 फाउंडेशन एवं 425 पियर्स का निर्माण किया जा रहा है। इसमें उच्च गुणवत्ता वाले मैटेरियल एवं तकनीक, हैवी मशीनिरी का उपयोग किया जा रहा है। यह भारत का सबसे लंबा रेलवे वायडक्ट कटनी ग्रेट सेपरेटर होगा। इस परियोजना की कुल निर्माण कार्य लागत लगभग रुपएु 1800 करोड़ है। इस दौरान मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) एमएस हाशमी, प्रमुख मुख्य इंजीनियर आशुतोष, प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधक कुशाल सिंह, मण्डल रेल प्रबंधक जबलपुर कमल कुमार तलरेजा सहित मुख्यालय एवं मण्डल के अधिकारी मौजूद रहे।
- बीना-कटनी के रेलखण्ड में फ्रेट ट्रेन के परिचालन में वृद्धि के साथ गति प्रदान करेगा।
- कटनी से बिलासपुर और सिंगरौली के लिए अतिरिक्त रेल लाइन का सीधे संपर्क जुड़ जाएगा और कटनी, नई कटनी, कटनी मुड़वारा जैसे अतिव्यस्त क्षेत्र से रेलखण्ड का बायपास होगा।
- माल यातायात में वृद्धि होने से फ्रेट ट्रेनों के समय मे बचत होगी साथ ही आवागमन में आसानी होगी।
- पमरे के रेल राजस्व में भी वृद्धि होगी।