सुभाष के पिता बलीराम पटेल ने बताया कि गांव में बहुत से बच्चे सेना में गए है। देशभक्ति का जज्बा गांव के बेटों की रगों में दौड़ता है। उनका बेटा भी सेना में भर्ती होकर देश की सेवा में लगा हुआ है। जब से पाकिस्तान के हमले शुरू हुए है, तब से बेटे की चिंता तो लगी हुई है, लेकिन फक्र भी महसूस हो रहा है। भाई संदीप पटेल ने बताया कि पूरे गांव में उत्साह का माहौल है कि गांव का बेटा पाकिस्तान की सेना से सामना कर रहा है। फोन पर जब भी बात होती है बड़े उत्साह से सुभाष अपनी सेना की बहादुरी के किस्से सुनाता है। हालांकि पाकिस्तानी सेना से यहा सीधा मुकाबला नहीं है, लेकिन बहुत महत्वपूर्व बेस है, जिसकी रक्षा में सेना के साथ भाई भी लगा हुआ है।