माकपा महासचिव का भी होगा चुनाव
करात ने कहा कि पार्टी के शीर्ष पद महासचिव के चुनाव पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा, जो पिछले वर्ष सीताराम येचुरी के निधन के बाद से रिक्त है। इसके अलावा पार्टी कांग्रेस में, माकपा अपनी नई केंद्रीय समिति और नया पोलित ब्यूरो का भी चुनाव करेगी। तैयारियों के तहत पार्टी राज्य स्तरीय कई बैठकें कर रही है। माकपा नेतृत्व श्रृंखला में पोलित ब्यूरो के बाद केंद्रीय समिति दूसरे स्थान पर है। इस बैठक में पेश किए गए प्रस्ताव पर पार्टी कांग्रेस में बहस की जाएगी और इसे अपनाया जाएगा और विभिन्न मुद्दों पर पार्टी की लाइन तय की जाएगी
भाजपा के खिलाफ मजबूत विपक्ष अहम
पार्टी के पूर्व महासचिव करात ने कहा कि वाम दलों की एकता भी एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। पार्टी कांग्रेस में इस मुद्दे को भी उठाया जाएगा। हम पहले से ही इस पर काम कर रहे हैं कि सभी वामपंथी दलों और ताकतों को एक साथ कैसे एकजुट किया जाए, ताकि हम वामपंथी मंच और वैकल्पिक नीतियों को पेश कर सकें। एक मजबूत वाम दल सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ एक मजबूत, एकजुट विपक्ष के निर्माण में योगदान देगा। उन्होंने कहा कि इसमें कोई विरोधाभास नहीं है। हमें लगता है कि मजबूत वामपंथ ही भाजपा के खिलाफ एक मजबूत विपक्ष बनाने में योगदान देगा और वह धर्मनिरपेक्ष दलों का होगा। वामपंथी इस व्यापक एकता के महत्वपूर्ण घटक होंगे। माकपा और अन्य वामपंथी दल भाजपा के खिलाफ बने विपक्षी गठबंधन इंडिया के हिस्सा हैं।
येचुरी की अनुपस्थिति महसूस
करात ने कहा कि येचुरी की अनुपस्थिति महसूस की जा सकती है लेकिन, पार्टी के पास एक मजबूत, सामूहिक नेतृत्व है। हमारी पार्टी के लिए, यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण मोड़ रहा है, हमने अभी से अपनी पार्टी कांग्रेस की तैयारी शुरू थी, जो आम तौर पर बैठक से छह महीने पहले शुरू होती है। माकपा के संविधान के अनुसार, अखिल भारतीय पार्टी कांग्रेस पार्टी का सर्वोच्च अंग है और आम तौर पर यह केंद्रीय समिति की ओर से हर तीन साल में एक बार आयोजित की जाती है।
नामों के एक पैनल की करेगी सिफारिश
24वीं पार्टी कांग्रेस की बैठक में, निवर्तमान केंद्रीय समिति उत्तराधिकारी समिति के चुनाव के लिए नामों के एक पैनल की सिफारिश करेगी। एक प्रतिनिधि प्रस्तावित पैनल में किसी भी नाम के बारे में आपत्ति उठा सकता है और साथ ही सदस्य की पूर्व अनुमति से कोई नया नाम प्रस्तावित कर सकता है। इसके बाद केंद्रीय समिति अपने सदस्यों में से महासचिव सहित एक पोलित ब्यूरो का चुनाव करती है। पोलित ब्यूरो में सदस्यों की संख्या केंद्रीय समिति की ओर से तय की जाती है। फिलहाल माकपा पोलित ब्यूरो में 16 और केंद्रीय समिति में 83 सदस्य हैं।