आगजनी की यह घटना रविवार सुबह लगभग 5.50 बजे की बताई जा रही है। अस्पताल के दूसरी मंजिल से काला धुआं निकलने लगा। यह देखकर आसपास के लोग घबरा गए। उन्होंने इसकी जानकारी एक-दूसरे को दी। अस्पताल के कर्मचारियों को आगजनी का पता चला। उन्होंने अस्पताल के प्रभारी अधिकारी को बताया। आग बुझाने के लिए अस्पताल के कर्मचारी हरकत में आए और उन्होंने फायर इंस्टूगेसर की मदद से आग को बुझाने का कार्य शुरू किया। इसी बीच दमकल की गाड़ी पहुंची। लगभग एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
बताया जाता है कि आगजनी की इस घटना में कोविड काल में खरीदी गई 5 ऑक्सीजन कंसनटेटर मशीन, खून की जांच में इस्तेमाल की जाने वाली एक सेमी ऑटो एनलाइजर मशीन के अलावा एक ओवन भी शामिल है। इसके अलावा अस्पताल के कुछ दस्तावेज भी जले हैं। आग से जिन मशीनों को नुकसान हुआ है उसकी कीमत दो लाख रुपए से अधिक बताई जा रही है। इन मशीनों को अस्पताल के दूसरी मंजिल पर रखा गया था।
अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया कि
आगजनी कैसे हुई यह अभी स्पष्ट नहीं है लेकिन जिस स्थान पर यह घटना हुई है वहीं इलेक्ट्रिक स्वीच का पैनल स्थित है। सबसे पहले आग इसी स्वीच पैनल में लगी होगी। यहां से आग की लपटे आसपास फैल गई। अस्पताल में आग लगने की सूचना पर आसपास रहने वाले लोग भी मौके पर पहुंचे थे।