सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। खास बात यह है कि जिस हॉस्टल में छात्र ठहरा हुआ था, वहां एंटी-हेगिंग डिवाइस लगी होने के बावजूद छात्र ने आत्महत्या कर ली। पुलिस मामले की जांच कर आत्महत्या के कारणों का पता लगाने में जुटी हुई है।
पुलिस ने शव एमबीएस की मोर्चरी में रखवाकर इसकी सूचना परिजनों को दी। छात्र के परिजन आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। कोटा में इससे पहले भी कई कोचिंग छात्र आत्महत्या कर चुके हैं। लगातार बढ़ते ऐसे मामलों के चलते प्रशासन और कोचिंग संस्थान मानसिक स्वास्थ्य को लेकर कई उपाय कर रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद आत्महत्या की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं।
जांच में जुटी पुलिस
सीआई राम लक्ष्मण ने बताया कि मंगलवार दोपहर 12.30 बजे जवाहर नगर मेन रोड पर एक हॉस्टल में स्टूडेंट के हॉस्टल में कमरे का गेट नहीं खोलने की जानकारी मिली थी। इस पर टीम मौके पर गई, तो वहां पर एक नाबालिग अचेत मिला। उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने परीक्षण के बाद मृत घोषित कर दिया। पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस परिजनों से संपर्क कर रही है और मामले की जांच की जा रही है।