17 हजार किलोमीटर का बनेगा कॉरिडोर
मध्यप्रदेश, राजस्थान व उत्तरप्रदेश के बीच 17 हजार किलोमीटर का चीता कॉरिडोर बनना है। इसमें राजस्थान के कॉरिडोर का एरिया करीब 6500 किमी है। जिसमें कोटा संभाग के चारों जिलों कोटा, बूंदी, बारां और झालावाड़ के साथ सवाईमाधोपुर, करौली और चित्तौड़गढ़ भी शामिल है।राजस्थान-मध्यप्रदेश चीता कॉरिडोर योजना को लगेंगे पंख
एक्सपर्ट व्यू : प्राकृतिक कॉरिडोर विकसित होगा
गांधी सागर अभयारण्य में चीतों को छोड़ने का असर राजस्थान पर भी होगा। इससे जहां प्राकृतिक कॉरिडोर विकसित होगा, वहीं सरकार की चीता कॉरिडोर योजना भी रफ्तार पकड़ेगी। अब यहां भी चीतों के संरक्षण की दृष्टि से इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित करने होंगे। बाघ व चीते, पैंथर व भालू जैसे वन्यजीवों की मौजूदगी से पर्यटन के अवसर बढ़ेगे। अब जरूरी है कि मुकुन्दरा में भी चीतों को लाने के प्रयास हों।-दौलत सिंह शक्तावत, सेवानिवृत्त उपवन संरक्षक व वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट