हादसा सुबह करीब 5 बजे बुढ़ादीत गांव के पास चंबल पुल पर हुआ। मृतकों की पहचान अनिल सोनी (48), उनके भाई ब्रजेश सोनी (45), मां गीता सोनी (63) और बहनोई सुरेश सोनी (45) के रूप में हुई है। सुरेश सोनी सरकारी शिक्षक थे और भरतपुर में तैनात थे।
इंदौर (एमपी) से लौट रहे थे
ग्रामीण पुलिस अधीक्षक सुजीत शंकर ने बताया कि ज्वेलर परिवार शनिवार रात करौली के सीताबाड़ी इलाके से इंदौर गया था। वहां अनिल सोनी के बेटे रानू की सगाई और गोदभराई कार्यक्रम हुआ था। रानू बेंगलुरु में इंजीनियर हैं। परिवार रात 9 बजे मिनी बस से इंदौर से करौली के लिए रवाना हुआ था। पुलिस के अनुसार, मिनी बस संभवत: तेज रफ्तार में थी और ड्राइवर को झपकी आने से यह हादसा हुआ। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक ने कोटा के एमबीएस अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ा।
बस में 14 लोग थे सवार
मिनी बस में कुल 14 लोग सवार थे। हादसे में घायल 10 लोगों में से 7 की हालत गंभीर बताई जा रही है। इनमें चार को निजी अस्पताल में और तीन को एमबीएस अस्पताल, कोटा में भर्ती कराया गया है। बाकी तीन घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। घटना की सूचना मिलने पर बुढ़ादीत थाना पुलिस मौके पर पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए कोटा भिजवाया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर दुर्घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है।