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नवरात्र पर व्रत के इन आइटम पर महंगाई की मार

नवरात्रि स्थापना पर्व 3 अक्टूबर से है। पर्व को भक्तिभाव से मनाने के लिए उपभोक्ता फलाहारी सहित पूजन सामग्री खरीदने के लिए बाजारों का रूख किया हुआ

कोटाOct 03, 2024 / 12:03 pm

Abhishek Gupta

meva

नवरात्रि स्थापना पर्व 3 अक्टूबर से है। पर्व को भक्तिभाव से मनाने के लिए उपभोक्ता फलाहारी सहित पूजन सामग्री खरीदने के लिए बाजारों का रूख किया हुआ

kota news: नवरात्र स्थापना हो चुकी है। पर्व को भक्तिभाव से मनाने के लिए उपभोक्ता फलाहारी सहित पूजन सामग्री खरीदने के लिए बाजारों का रूख किया हुआ है। सबसे ज्यादा फलाहारी वस्तुओं में मांग देखी जा रही है, लेकिन इस बार फलाहारी में उपयोग में आने वाले आइटमों के भाव तेज बने है।
दरअसल, दक्षिण भारत के राज्यों में हुई तेज बारिश के असर से मेवों की फसल को प्रभावित किया है। नतीजतन गत वर्ष की तुलना में कुछ सूखे मेवों के भाव में 10 से 15 फीसदी तक की तेजी आ गई है। त्योहार के लिए नारियल, शक्कर, काजू, बादाम, खोपरा गिरी, मखाना, किशमिस, सिगाड़ा आटा, खाद्य तेल, इलायची सहित अन्य वस्तुओं में तेजी देखी जा रही है। हालांकि फलीदाना के भाव गत वर्ष से कम है।
कारोबारियों का कहना है कि किराना बाजार में इस समय फलाहारी सामान की मांग तेज बनी हुई है। नवरात्र पर पूजन सामग्री के साथ ही साबूदाना, मूंगफली दाना, सेंधा नमक, सिंगाड़ा आटा, तेल, घी, राजगीरा, शक्कर जैसे सामान की मांग ज्यादा बनी हुई है। खाद्य तेलों में रेकॉर्ड तेजी है। इसी प्रकार नारियल गत वर्ष 14/15 रुपए में थोक मंडी में बिक रहा था, इस बार इसके भाव 25 से 30 रुपए तक बोले जा रहे हैं।
थोक किराना कारोबारी रामबाबू गुप्ता का कहना है कि दक्षिण भारत से सूखे मेवों की आवक ज्यादा होती है। कई राज्यों में भारी बारिश से मेवों की आवक और क्वालिटी पर असर डाला है। उत्पादन भी कम हुआ है। इसके चलते सूखे मेवे और फालाहारी आइटम में तेजी बनी हुई है। आलू के चिप्स, मखाना, छारोली, खोपरा गोला जैसी चीजों के तो भाव दोगुने हो गए।
किराना व्यापारी गौरव जैन बताते है कि मखाना, इलायची व खोपरा गोला जैसी कई वस्तुओं में तेजी बनी है। तेल-शक्कर ब्रोकर दीपक दलाल का कहना है कि सोयाबीन तेलों व शक्कर में तेजी बनी हुई है।

फलाहार में क्या लें

यदि सूखे मेवे सहित साबूदाना, फलीदाना, शक्कर में तेजी है तो उपासक फलाहार में फल, खीरा का उपयोग कर सकते हैं। एक्सपर्ट का कहना है कि जो फलाहारी वस्तु महंगी है, उनकी जगह सस्ती वस्तुओं का उपयोग करना चाहिए। जिससे आपके बजट पर असर नहीं होगा।
एक नजर में
फलाहारी सामान की कीमत पर

वस्तु थोक- भाव गत वर्ष -इस वर्ष
काजू 600/700 -900/1400 रुपए किलो

नारियल 15/16 (प्रतिनग) 25/30 रुपए (प्रति नग)
साबूदाना 50/75-60/90 रुपए किलो

खोपरा गोला 120/140 -220/250 रुपए किलो
मूंगफली दाना 130/140-120 /130 रुपए किलो
सिगाड़ा आटा 110/120 -120/130 रुपए किलो
राजगीरा 140/150- 140/150 रुपए किलो

मोरधन 90/110-100/130 रुपए किलो
घी 480/600 -500 /650 रुपए किलो

शक्कर 36/38-41/43 रुपए किलो
किशमिश 170/250 -200 /300 रुपए किलो

बादाम 500/700- 650 /900 रुपए किलो
अखरोट 400/600- 400 /700 रुपए किलो
खोपरा गिरी-170-200- 300 350
पिस्ता- 2000-2500- 1500-2000 रुपए किलो

छारोली 1500-2000- 2500-3000
आलू के चिप्स 100-200 – 300-500

मखाना 300-500- 1100-1400 रुपए किलो

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