जखौरा थाना क्षेत्र के सांकरवार कला गांव में हर कोई हैरान है। उम्र में अधेड़, लेकिन दिल में जवानी की ख्वाहिशें लिए भगवती ने जिस तरह 30 साल के युवक कृष्णपाल झा संग घर से नाता तोड़ा, वो रिश्तों की नींव को हिला देने वाली घटना बन गई है। बहुओं के सपने, भरोसा और सम्मान – सबकुछ चकनाचूर हो गया।
“हमारा क्या कसूर था?” – ये सवाल बहुओं की आंखों से आंसुओं की तरह बहता है। चारों बहुएं आज अपने मायके चली गईं, टूटा हुआ भरोसा और गहनों की चोरी, दोनों का बोझ उनके मन पर है।
एक बहू कहती है, “सास ने तो मां जैसा स्थान पाया था हमारे दिल में, लेकिन अब तो भरोसे का भी गला घोंट दिया। समाज के ताने अलग और बरसों की कमाई भी चली गई।”
जब हरिराम पाल को पत्नी की हरकत का पता चला, तो जैसे किसी ने उनके पैरों तले ज़मीन खींच ली। पहले उन्होंने थाने की चौखट खटखटाई, लेकिन वहां से कोई राहत नहीं मिली। अब वो सीएम योगी आदित्यनाथ से इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं। उनका कहना है, “मैं बूढ़ा हो चुका हूं। अब न सहारा है, न उम्मीद। घर था, वो भी उजड़ गया। बहुएं चली गईं, और मैं अकेला रह गया इस वीराने में।”
दो महीने पहले ही गई थी थाने में महिला
थाना प्रभारी के अनुसार, भगवती कुछ सप्ताह पहले खुद थाने आई थीं और यह साफ कह गई थीं कि वह अब पति और परिवार के साथ नहीं रहना चाहतीं। वह अपनी मर्जी से निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र है। लेकिन सवाल यह है कि क्या जेवरात लेकर भाग जाना कानून की नजर में कोई अपराध नहीं?
घर छोड़कर मायके चली गईं बहुएं
हरिराम पाल की चारों बहुएं अपने-अपने मायके चली गई हैं। बहुओं का आरोप है कि उनकी सास अपने साथ गहने वगैरह भी लेकर चली गई। अब तक जो बहुओं ने अपनी जमा पूंजी बनाई थी सास ने वो सारी साफ कर दी। इसके अलावा बहुएं कहती है कि लोग कहते हैं तुम्हारी तो सास भाग गई। बताओ उम्र का भी लिहाज न किया। हरिराम की जब पुलिस ने नहीं सुनी तो उन्होंने पुलिस अधीक्षक कार्यालय जाकर एक पत्र मुख्यमंत्री के नाम सौंपा है, हरिराम ने पत्नी को वापस भेजने और गहनों की चोरी की जांच की अपील की है।