UPI सर्विस दो से तीन घंटे रही प्रभावित
इससे पहले, मार्च 26 को भी यूपीआई में एक बड़ी रुकावट आई थी, जब यूजर्स को करीब दो से तीन घंटे तक सर्विस का इस्तेमाल करने में परेशानी हुई। इस दौरान, विभिन्न यूपीआई ऐप्स पर पेमेंट ट्रांजैक्शन नहीं हो पा रहे थे। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने इस गड़बड़ी का कारण तकनीकी समस्याओं को बताया था और इसे अस्थायी रूप से सिस्टम के प्रभावित होने के रूप में देखा गया। ये भी पढ़ें- BSNL यूजर्स के लिए बुरी खबर! घटाई गई इन दो प्लान्स की वैलिडिटी UPI का रोजमर्रा के लेन-देन में महत्वपूर्ण योगदान
यह समस्या यह साबित करती है कि भारत में यूपीआई पर रोजमर्रा के पेमेंट के लिए कितनी निर्भरता है। एक छोटी सी गड़बड़ी डिजिटल पेमेंट्स के पूरे तंत्र को प्रभावित कर सकती है। इस रुकावट के कारण, कई प्रमुख वित्तीय संस्थान, जैसे कि एचडीएफसी बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा और कोटक महिंद्रा बैंक भी प्रभावित हुए हैं, जिनके यूजर्स ने लेनदेन में दिक्कतें महसूस की हैं।
अंतर्राष्ट्रीय पेमेंट्स के लिए यूपीआई में बदलाव
इसके साथ ही, NPCI ने 8 अप्रैल को एक महत्वपूर्ण जानकारी जारी की, जिसमें बताया गया कि अब यूपीआई के जरिए इंटरनेशनल पेमेंट्स के लिए क्यूआर कोड के माध्यम से पेमेंट करना संभव नहीं होगा। यह बदलाव इसलिए किया गया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भुगतान करने वाले व्यक्ति की सही पहचान हो। हालांकि, देश के अंदर यूपीआई पेमेंट्स के लिए क्यूआर कोड का उपयोग करने वाले ट्रांजैक्शन में कोई बदलाव नहीं किया गया है।