तुलसी और काली मिर्च का काढ़ा
इम्यूनिटी बूस्टर का काम करता है
तुलसी में मौजूद एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटीफंगल गुण शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं। वहीं, काली मिर्च शरीर की पाचन क्रिया को दुरुस्त करती है और फ्लू जैसे लक्षणों से राहत दिलाती है।
सर्दी-जुकाम और खांसी में राहत
मानसून में वायरल इंफेक्शन से सर्दी-जुकाम आम हो जाता है। ऐसे में तुलसी और काली मिर्च का काढ़ा पीने से गले की खराश और बंद नाक जैसी समस्याएं जल्दी दूर होती हैं।
पाचन तंत्र को रखे दुरुस्त
बारिश में अक्सर खाना जल्दी खराब हो जाता है और पेट की बीमारियों का खतरा बढ़ता है। काली मिर्च और तुलसी का काढ़ा पाचन शक्ति को बेहतर करता है और गैस, अपच, मरोड़ जैसी समस्याओं से बचाव करता है।
डेंगू और मलेरिया से बचाव में सहायक
तुलसी के पत्तों में मौजूद यूजेनॉल (Eugenol) नामक तत्व मच्छरों को दूर रखने में मदद करता है। साथ ही, काढ़ा प्लेटलेट्स बढ़ाने में भी मददगार माना गया है, जो डेंगू में बेहद जरूरी होता है। काली मिर्च भी शरीर की गर्मी बढ़ाकर वायरल संक्रमण से लड़ने की ताकत देती है।
शरीर को अंदर से करता है डिटॉक्स
मानसून में शरीर में विषैले तत्व जमा हो सकते हैं। तुलसी-काली मिर्च का काढ़ा ब्लड को शुद्ध करता है और शरीर को अंदर से साफ करता है।
कैसे बनाएं तुलसी और काली मिर्च का काढ़ा
सामग्री8-10 तुलसी के पत्ते
5-6 साबुत काली मिर्च
1 छोटा टुकड़ा अदरक
1 चम्मच शहद
2 कप पानी विधि
पानी को पैन में उबालने के लिए रखें।
उसमें तुलसी के पत्ते, काली मिर्च और अदरक डाल दें।
5-7 मिनट तक उबालें जब तक पानी आधा न रह जाए।
छानकर थोड़ा ठंडा करें और उसमें शहद मिलाकर पिएं।