यह योजना समाज कल्याण विभाग के अधीन संचालित होती है और इसका उद्देश्य आर्थिक व सामाजिक रूप से कमजोर वर्गों के मेधावी विद्यार्थियों को मुफ्त कोचिंग और संसाधन उपलब्ध कराना है ताकि वे प्रतिष्ठित प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त कर सकें।
सफल अभ्यर्थियों की सूची
इस बार की CAPF परीक्षा में
मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना से जुड़े जिन 14 अभ्यर्थियों ने सफलता पाई है, उनके नाम और प्राप्त रैंक निम्नलिखित हैं:
- श्याम यादव – रैंक 2
- प्रतीक वर्मा – रैंक 61
- अभिषेक मिश्रा – रैंक 77
- अनूप कुमार – रैंक 106
- सत्यपाल सिंह यादव – रैंक 133
- दिव्या सिंह परिहार – रैंक 166
- हिमांशु मौर्या – रैंक 197
- मितेंद्र श्रीवास्तव – रैंक 208
- रोहित वर्मा – रैंक 224
- ललित सिंह – रैंक 225
- हिमांशु सिंह – रैंक 297
- मंगलदीप पाल – रैंक 313
- रुपाली सिंह – रैंक 365
- शिवम आनंद – रैंक 379
सरकारी प्रतिक्रिया और बधाई संदेश
समाज कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण ने सभी सफल अभ्यर्थियों को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि न केवल अभ्यर्थियों की मेहनत का परिणाम है, बल्कि सरकार की सकारात्मक नीतियों और अभ्युदय योजना की सफलता का प्रतीक भी है।
श्याम यादव की प्रेरणादायक यात्रा
ऑल इंडिया सेकंड रैंक प्राप्त करने वाले श्याम यादव ने बताया कि अभ्युदय योजना से जुड़ने के बाद उनकी दिशा और आत्मविश्वास दोनों में भारी वृद्धि हुई। “मुझे सही मार्गदर्शन, बेहतरीन स्टडी मटीरियल और मॉक इंटरव्यू जैसी सुविधाओं का लाभ मिला, जिससे मेरी तैयारी और आत्मविश्वास में सुधार हुआ,” उन्होंने बताया।
अभ्युदय योजना की व्यापकता और प्रभाव
मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना वर्ष 2021 में शुरू की गई थी। वर्तमान में यह राज्य के 75 जनपदों में कुल 166 केंद्रों पर संचालित हो रही है। इसका संचालन समाज कल्याण विभाग द्वारा किया जाता है। योजना का उद्देश्य युवाओं को IAS, PCS, NEET, JEE, NDA, CDS, CUET और CAPF जैसी प्रमुख प्रतियोगी परीक्षाओं की निःशुल्क कोचिंग उपलब्ध कराना है।
ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से शिक्षण
इस योजना में छात्रों को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से पढ़ाया जाता है। उन्हें विषय विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन, मॉक टेस्ट, पर्सनल मेंटरशिप, स्टडी मटीरियल और इंटरव्यू की तैयारी जैसी सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। इससे छात्र न केवल शैक्षणिक रूप से बल्कि मानसिक रूप से भी मजबूत बनते हैं।
अब तक 87,000 युवाओं को मिला लाभ
अब तक इस योजना का लाभ लगभग 87,000 छात्र-छात्राएं उठा चुके हैं, जिनमें से 1,100 से अधिक छात्र विभिन्न प्रतिष्ठित प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल हो चुके हैं।
प्रशिक्षकों और अधिकारियों का योगदान
संयुक्त निदेशक सुनील कुमार विशेन, पी.के. त्रिपाठी और उपनिदेशक सुनीता यादव का योजना के संचालन और छात्रों को बेहतर प्रशिक्षण देने में विशेष योगदान रहा है।