चुनाव प्रक्रिया: प्रदेश के जिला चुनाव अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में चुनाव तिथि और स्थान की घोषणा करेंगे। भाजपा ने यह स्पष्ट किया है कि जिलाध्यक्ष का चुनाव लोकतांत्रिक प्रक्रिया का पालन करते हुए आम सहमति के आधार पर किया जाएगा। यह प्रक्रिया न केवल संगठनात्मक अनुशासन को मजबूत करेगी, बल्कि योग्य और समर्पित कार्यकर्ताओं को नेतृत्व का मौका भी प्रदान करेगी।
राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष का मार्गदर्शन: प्रदेश मुख्यालय में आयोजित एक कार्यशाला में राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष ने संगठनात्मक चुनावों के अगले चरण की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि विचारधारा, संस्कार और संगठनात्मक पद्धति ही संगठन को दीर्घकालीन सफलता प्रदान करते हैं। भाजपा के संगठनात्मक चुनाव के चार चरण सफलतापूर्वक पूरे हो चुके हैं और अब यह प्रक्रिया अगले चरण में प्रवेश कर रही है।
लोकतांत्रिक व्यवस्था की मिसाल: राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े ने कहा कि भाजपा भारत की एकमात्र पार्टी है जो संगठनात्मक संरचना को पूरी तरह लोकतांत्रिक प्रक्रिया के अनुसार संचालित करती है। इसका लाभ यह है कि पार्टी का कोई भी कार्यकर्ता अपनी मेहनत और योग्यता के दम पर शीर्ष पद तक पहुंच सकता है। जिलाध्यक्ष के रूप में चुने गए कार्यकर्ता पार्टी की विचारधारा, अभियानों और कार्यक्रमों को नई ऊर्जा प्रदान करेंगे।
महिला और पिछड़े वर्ग को प्राथमिकता: प्रदेश चुनाव अधिकारी डॉ. महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने कहा कि मंडल अध्यक्ष पद के लिए बड़ी संख्या में पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित वर्ग और महिला कार्यकर्ताओं को चुना गया है। उन्होंने बताया कि बचे हुए जिलों में भी मंडल अध्यक्षों की घोषणा जल्द ही की जाएगी।
2027 विधानसभा चुनाव की तैयारी: प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि भाजपा के संगठनात्मक चुनाव 2027 के विधानसभा चुनावों के लिए नेतृत्व तैयार करने का कार्य पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा का हर कार्यकर्ता राष्ट्रवाद और सेवा भाव के प्रति समर्पित है।
आम सहमति से नेतृत्व चयन: प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने कहा कि जिलाध्यक्ष का चुनाव आम सहमति के आधार पर किया जाएगा। सभी जिला चुनाव अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे चुनाव की तिथि और स्थान की पूर्व घोषणा करें।
संविधान गौरव अभियान: भाजपा ने संविधान गौरव अभियान की घोषणा की है। इसके तहत पार्टी कार्यकर्ता घर-घर जाकर जनसंपर्क करेंगे। इस अभियान में सभी पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि और स्थानीय नागरिक भाग लेंगे। बैठक में उपस्थित प्रमुख नेता: प्रदेश मुख्यालय में आयोजित इस बैठक में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमापति राम त्रिपाठी, स्वतंत्र देव सिंह और प्रदेश सह चुनाव पर्यवेक्षक संजय भाटिया तथा संजीव चौरसिया भी शामिल हुए।
भाजपा का संगठनात्मक ढांचा: भाजपा का संगठनात्मक ढांचा इसकी लोकतांत्रिक प्रक्रिया की मिसाल पेश करता है। पार्टी ने स्पष्ट किया है कि जिलाध्यक्ष बनने के लिए उम्मीदवार को पार्टी के सिद्धांतों और अनुशासन का पालन करना होगा।
भविष्य की योजनाएं: भाजपा ने यह भी स्पष्ट किया कि संगठनात्मक चुनावों के बाद पार्टी का ध्यान आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों की तैयारी पर केंद्रित होगा। यह चुनाव प्रक्रिया पार्टी की जड़ों को और मजबूत करेगी।