बसपा सुप्रीमो ने मंगलवार को पार्टी कार्यालय में अन्य पिछड़े वर्गों (ओबीसी) के लोगों की हुई राज्य-स्तरीय विशेष बैठक में निर्देश दिया कि जिला स्तर पर भाईचारा कमेटियों का गठन कर दिया गया है। इसका विस्तार अब विधानसभा स्तर तक किया जाएगा। कमेटी में प्रमुख रूप से एससी और ओबीसी के लोग होंगे। इसके अलावा अन्य जातियों को जोड़ा जाएगा। हर जातियां अपने-अपने बिरादरी के लोगों को सदस्य बनाएंगी।
सपा-भाजपा-कांग्रेस पर बसपा का हमला
मायावती ने समाजवादी पार्टी के ‘पीडीए’ पर हमला करते हुए कहा कि यह ‘परिवार डवल्पमेंट अथारिटी’ है। दलितों की तरह ही पिछड़े वर्गों के लोगों के प्रति केंद्र व राज्य सरकारों के जातिवादी, द्वेषपूर्ण, हीन व संकीर्ण रवैये के कारण हर स्तर पर उनकी उपेक्षा, शोषण, तिरस्कार का अपमान झेलते रहे हैं। इसीलिए भाईचारा अभियान शुरू करने का फैसला लिया गया है। इस दौरान गांव-गांव में लोगों को कांग्रेस, भाजपा व सपा के दलित व अन्य पिछड़े वर्ग विरोधी चाल, चरित्र व चेहरे को उजागर करना है। बहुजन समाज से ताल्लुक रखने वाले यही वे करोड़ों लोग हैं जो सरकार की गलत नीतियों के कारण महंगाई, पिछड़ापन, शोषण, अत्याचार व तिरस्कार आदि का दंश हर दिन झेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछड़े वर्ग के लोगों को मंडल आयोग की सिफारिश को लागू कराकर इन्हें पहली बार आरक्षण का संवैधानिक हक दिलाने का काम बसपा सरकार में हुआ। जातिवादी पार्टियों की साजिशों से बसपा वर्ष 2012 में यूपी में सत्ता से बाहर हो गई। इन्हीं दलित व ओबीसी विरोधी ताकतों के सहारे सत्ता में आई पार्टियों ने इनके हालात बदतर कर दिए।
बसपा का नया फार्मूला
बसपा सरकार में अन्य पिछड़ा वर्ग के हितों में हुए कामों को घर-घर बताया जाएगा। मायावती ने इसके लिए एक बुकलेट भी मंगलवार को बैठक में पार्टी के लोगों को दी। इसमें पिछड़ों के हितों में हुए काम के साथ उनके समाज के गुरुओं के नाम पर किए गए संस्थानों का जिक्र किया गया है। जिला स्तर पर मनेगी अंबेडकर जयंती
डा. भीमराव अंबेडकर की जयंती इस पर जिला स्तर पर 14 अप्रैल को मनाई जाएगी। लखनऊ मंडल के लोग डा. भीमराव अंबेडकर स्मारक स्थल पर मनाएंगे। पश्चिमी यूपी के केवल मेरठ मंडल के लोग नोएडा में राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल पर श्रद्धा-सुमन अर्पित करेंगे।