नेहा ने कहा, ‘पहलगाम हमले के बाद सरकार ने अब तक किया क्या है? मेरे ऊपर एफआईआर। सरकार मेरे ऊपर FIR करवा के असली मुद्दों से ध्यान भटकाना चाहती है। क्या ये बात समझना इतना मुश्किल है? अरे दम है तो जाइये…आतंकवादियों के सिर लेकर आइए। अपने नाकामी का ठिकरा मेरे पर मढ़ने की कोई जरूरत नहीं है। जैसे लोकतंत्र में एक एक वोट जरूरी होता है वैसे ही एक एक सवाल भी जरूरी होता है और सरकार को सारी दिक्कत मेरे सवाल पूछने से है। इसलिए वो मुझे सवाल पूछने से रोकना चाहती है।’
नेहा का सरकार से सवाल
नेहा ने आगे कहा, “असली सवाल ये है कि पहलगाम हमले के जवाब में आपने अब तक किया क्या है? कितने आतंकवादियों का सिर लेकर आए आप। देश ने आपको पाकिस्तान जाकर बिरयानी खाने के लिए चुना था क्या? है कोई जवाब? दरअसल, नहीं है। बस हर सवाल के जवाब में नोटिस भेज दो एफआईआर करवा दो, नौकरी छीन लो।अपमानति कर लो। डरा दो। इसे आप राजनीति कहते हैं। अगर ये राजनीति है तो तानाशाही क्या है।” ‘भाजपा देश नहीं है, प्रधानमंत्री भगवान नहीं हैं’
“मैं देश के लोगों से सवाल पूछना चाहती हूं क्या यही पाने के लिए वोट दिया था कि सवाल पूछने पर आपको देशद्रोही और गद्दार कह दिया जाए। भाजपा देश नहीं है। प्रधानमंत्री भगवान नहीं है। लोकतंत्र में आलोचना तो होगी। सवाल भी पूछे जाएंगे। मेरे सवालों से इतनी दिक्कत है तो सत्ता छोड़कर विपक्ष में आ जाइए। सवाल नहीं पूछूंगी मैं।”