जी-20 का भी लोगो हुआ था प्रदर्शित
उत्तराखंड के जागेश्वर मंदिर समूह में 2023 में जी-20 शिखर सम्मेलन का लोगो भी एएसआई ने प्रदर्शित किया था। एएसआई ने जी-20 सम्मेलन के लिए भी देश की कई संरक्षित स्मारकों को चुना था। उनमें उत्तराखंड से इकलौते जागेश्वर मंदिर समूह भी शामिल था। अब एएसआई ने प्रयागराज महाकुंभ के लोगो को प्रदर्शित करने के लिए भी राज्य में जागेश्वर मंदिर समूह का चयन किया है। इससे जागेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति और पुजारियों में खुशी का माहौल है। जागेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति के उपाध्यक्ष नवीन चंद्र भट्ट ने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ के लोगो को प्रदर्शित करने के लिए एएसआई ने जागेश्वर मंदिर समूह को चुना है, जोकि पूरे जिले के लिए गर्व की बात है। ये भी पढ़ें-
बिजली चोरों पर दर्ज होंगे केस:बकाएदारों पर भी कसेगा शिकंजा,यूपीसीएल ने बनाई रणनीति जागेश्वर धाम के बारे में जानें
जागेश्वर मंदिर समूह उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिला मुख्यालय से करीब 36 किमी दूरी पर स्थित है। जागेश्वर में 125 प्राचीन मंदिरों का समूह है। ये मंदिर सातवीं सदी से लेकर 14वीं सदी तक बने हुए हैं। ये प्राचीन मंदिर उत्कृष्ट शिल्पकला की बानगी पेश करते हैं। माना जाता है कि भगवान शिव की लिंग रूप में पूजा की शुरुआत जागेश्वर धाम से हुई थी। जागेश्वर धाम को देश का आठवां ज्योतिर्लिंग माना जाता है। यहां पर जागेश्वर, महामृत्युंजय, पुष्टि देवी, केदारनाथ आदि मंदिर प्रमुख हैं। ये मंदिर समूह चारों ओर देवदार वृक्षों से घिरा हुआ है।