कौन है मो. जैद खान
गिरफ्तार किया गया अभियुक्त मोहम्मद जैद खान पुत्र स्वर्गीय असलम खान, लखनऊ के थाना सआदतगंज क्षेत्र स्थित 443/745 रामनगर ढाल, इंदारे वाली मस्जिद, यामीनगंज का निवासी बताया गया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, जैद खान के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं और वह न्यायालय में पेश न होकर फरार हो गया था। न्यायालय द्वारा गैरहाजिर रहने पर उसके खिलाफ वारंट जारी किया गया था और उसके गिरफ्तारी पर ₹50,000 का इनाम घोषित किया गया था। गोपनीय सूचना पर हुई गिरफ्तारी
STF को गुप्त सूचना मिली थी कि जैद खान
हरदोई जिले में छिपा हुआ है और वहां से किसी दूसरे शहर में भागने की फिराक में है। सूचना के आधार पर STF ने तुरंत कार्रवाई करते हुए एक टीम का गठन किया। तत्परता से काम करते हुए STF ने कोतवाली अतरौली थाना क्षेत्र के माल रोड स्थित तोमर कोल्ड स्टोरेज के पास से अभियुक्त को धर दबोचा।
पकड़ने की प्रक्रिया के दौरान STF ने सावधानीपूर्वक घेराबंदी की ताकि अभियुक्त भाग न सके। पूछताछ में जैद खान ने खुद को मो. जैद खान बताया और लखनऊ का निवासी होना स्वीकार किया। STF ने तुरंत उसे हिरासत में लेकर स्थानीय थाने को सौंप दिया।
वांछित क्यों था जैद खान
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, मो. जैद खान के खिलाफ वजीरगंज थाने में कई संगीन धाराओं के तहत मामले दर्ज हैं। आरोप है कि वह न केवल गंभीर अपराधों में संलिप्त रहा है, बल्कि कोर्ट से पेशी के दौरान भी फरार हो गया था। इसके बाद न्यायालय ने उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था और उसकी गिरफ्तारी के लिए ₹50,000 का इनाम घोषित किया गया था। वांछित अभियुक्त लगातार पुलिस को चकमा देकर फरार चल रहा था। वह बार-बार अपना ठिकाना बदलता रहा, जिससे उसकी गिरफ्तारी में समय लग गया। हालांकि, STF की सतत निगरानी और गुप्त मुखबिर तंत्र की सक्रियता के चलते अंततः उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस और STF की प्रतिक्रिया
STF अधिकारियों ने इस गिरफ्तारी को एक बड़ी सफलता करार दिया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि, “लंबे समय से फरार चल रहा जैद खान STF के लिए एक चुनौती बना हुआ था। हरदोई में उसकी उपस्थिति की सूचना मिलते ही टीम ने तेज कार्रवाई की और सफलता हासिल की।” उन्होंने कहा कि इस गिरफ्तारी से क्षेत्र में सक्रिय अन्य वांछित अपराधियों को भी कड़ा संदेश जाएगा कि कानून से बच पाना संभव नहीं है। वहीं, लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारियों ने भी STF की टीम को बधाई दी है और कहा है कि जल्द ही आरोपी को कोर्ट में पेश किया जाएगा और आगे की कार्रवाई की जाएगी।
अभियुक्त की भूमिका की हो रही जांच
STF अब यह भी जांच कर रही है कि जैद खान किस गैंग से जुड़ा हुआ था, और उसकी संलिप्तता किन-किन अपराधों में रही है। साथ ही यह भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि फरारी के दौरान उसे कौन शरण और सहायता दे रहा था। संभावना जताई जा रही है कि जैद खान के अन्य सहयोगी भी प्रदेश के विभिन्न इलाकों में सक्रिय हो सकते हैं, जिन पर पुलिस की नजर है।
मुखबिर प्रणाली बनी कामयाबी की चाबी
पुलिस सूत्रों के अनुसार STF की मुखबिर प्रणाली लगातार मजबूत हो रही है। इसी कारण प्रदेश भर में वांछित अपराधियों की धरपकड़ में तेजी आई है। हाल के महीनों में STF ने दर्जनों फरार और इनामी अभियुक्तों को गिरफ्तार कर प्रदेश की कानून व्यवस्था को सुदृढ़ किया है।