हाथियों की पिकनिक खत्म
हाथियों की खुशामदी और इनकी साल भर की थकान दूर करने के लिए प्रतिवर्ष हाथी रिजुविनेशन कैम्प का आयोजन किया जाता है। कैम्प में एक सप्ताह तक हाथियों की सेवा की जाती है। शुक्रवार को कैम्प का समापन किया गया। हाथी रिजुविनेशन केम्प में गजराज की विशेष खातिरदारी सेवा की गई। इस दौरान इन 16 विभागीय हाथियों से कैंप के दौरान कोई काम नहीं लिया गया। इनका पूरी तरह आराम और ख्याल रखा गया। कैम्प के दौरान विभागीय हाथियों को नहलाकर उन्हें मीनू के अनुसार पसंदीदा पकवान खिलाए गए। कैम्प के दौरान अलग-अलग जोन के सभी हाथियों को एक साथ रहने और घुलने मिलने का मौका मिला।बीवी की सहेली को महंगी पड़ी पटवारी की चाय, कर डाला कांड
विशेष भोजन के साथ तेल मालिश
कैम्प के दौरान प्रतिदिन प्रात चाराकटर द्वारा हाथियों को जंगल से लाकर नहलाकर रिजुविनेशन केम्प में लाया जाता है एवं केम्प में हाथियों के पैर में नीम तेल तथा सिर में अरण्डी तेल की मालिश की जाती है। इसके बाद् गन्ना, केला, मक्का, आम, अनानास, नारियल आदि खिलाकर जंगल में छोड़ा जाता है। दोपहर में हाथियों को जंगल से पुन: वापस लाकर एवं नहलाकर केम्प में लाया जाता है। इसके बाद केम्प में रोटी, गुड नारियल, पपीता खिलाकर उन्हें फिर से जंगल में छोड़ा जाता है। रिजुविनेशन केम्प के दौरान हाथियों के रक्त के नमूने जांच के लिए लिये जाते है। हाथियों के नाखूनों की ट्रिमिंग, दवा द्वारा पेट के कृमियों की सफाई तथा हाथी दांत की आवश्यतानुसार कटाई की जाती है। ऐसे केम्प के आयोजन से एक ओर जहां हाथियों में नई ऊर्जा का संचार होता है एवं मानसिक आराम मिलता है।