बीमा कराकर खुद भरते थे प्रीमियम, फिर करते थे हत्या
एएसपी अनुकृति शर्मा ने बताया कि गिरोह के सदस्य पहले अपने टारगेट का जीवन बीमा कराते थे और उसकी किस्तें भी खुद भरते थे। बीमा के बाद उन लोगों की हत्या कर उसे हादसे का रूप दे देते थे, ताकि बीमा क्लेम मिल सके। अब तक की जांच में सामने आया है कि इस गिरोह ने दो लोगों की हत्या की और तीसरे की हत्या की तैयारी कर रहा था।
रिश्तेदार को बनाया शिकार, बीमा के नाम पर ली जान
गिरफ्तार मुख्य आरोपी वेदप्रकाश और कमल सिंह ने अपने ही रिश्ते के भांजे अमन (20), निवासी दिल्ली, को मौत के घाट उतार दिया। अमन पर उसे भरोसा था, जिसका फायदा इन दोनों ने उठाया। उन्होंने अमन के नाम से कई बीमा पॉलिसी कराईं और उसकी सौतेली मां व पिता को नामिनी बनाया। 15 नवंबर 2023 को अमरोहा जिले के रहरा थाना क्षेत्र में अमन की हथौड़े से सिर पर वार कर हत्या की गई और बाद में इसे हादसा बताकर रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने सबूतों के अभाव में अंतिम रिपोर्ट लगा दी थी।
क्लेम के रूप में हड़पे 1 करोड़ रुपये से अधिक
अमन की मौत के बाद एक बीमा पॉलिसी से 22 लाख रुपये की राशि उसकी सौतेली मां रूपाली के खाते में आ गई, जिसे गिरोह के सदस्यों ने आपस में बांट लिया। बाकी पॉलिसी के तहत करीब ढाई करोड़ रुपये और मिलने थे, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने गिरोह को गिरफ्तार कर लिया।
पहले भी की थी हत्या, 78 लाख रुपये हड़प चुके
जांच में खुलासा हुआ है कि इसी गिरोह ने 29 जुलाई 2022 को धनारी निवासी सलीम की भी हत्या की थी। पहले उसे हथौड़े से मारा गया, फिर गाड़ी से कुचल दिया गया था। यह वारदात भी रहरा थाना क्षेत्र में हुई थी और इसे भी हादसा बताकर मामला रफा-दफा करा दिया गया था। इस केस में गिरोह 78 लाख रुपये का बीमा क्लेम ले चुका था। पुलिस की तत्परता से एक बड़ी वारदात टल गई, और तीसरी हत्या से पहले ही इस बीमा माफिया गिरोह का पर्दाफाश हो गया। पुलिस अब गिरोह के नेटवर्क और अन्य संभावित पीड़ितों की जांच कर रही है।