भद्रा के चलते रात्रि में होलिका दहन (Holika Dahan)
आचार्य ओम शास्त्री ने बताया कि भद्रा के चलते इस बार भी रात्रि में होलिका दहन (Holika Dahan) किया जाएगा। फाल्गुन शुक्ल पक्ष त्रयोदशी को नगर स्थित मां पीतांबरा ज्योतिष एवं वास्तु अनुसंधान केंद्र के प्रमुख आचार्य शास्त्री ने होली के पावन पर्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि फाल्गुन महीने के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा पर होली का त्योहार मनाया जाता है।
होली का पर्व 14 मार्च को मनाया जाएगा
रंगों का पर्व और सद्भाव का प्रतीक पर्व इस बार 14 मार्च को मनाया जाएगा। वहीं होलिका दहन (Holika Dahan) गुरुवार को किया जाएगा, इस वर्ष होली का पर्व अनेकों शुभ योग के कारण विशेष रहने वाला है। आचार्य ओम शास्त्री ने बताया कि शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा गुरुवार को प्रातः 10:35 से प्रारंभ होकर अगले दिन दोपहर 12:23 बजे तक रहेगी। होलिका दहन (Holika Dahan) रात्रि 11:29 के उपरांत
इस वर्ष भी होलिका दहन (Holika Dahan) पर भद्रा का साया देखने को मिल रहा है। गुरुवार को भद्रा निशीथसे पूर्व रात्रि 11:29 पर समाप्त हो जाएगी अतः होलिका दहन रात्रि 11:29 के उपरांत ही फलदाई माना जाएगा।