scriptशहर में सीवर लाइन व नाले चोक, कैसे मिले जलभराव की समस्या से मुक्ति | Patrika News
मुरैना

शहर में सीवर लाइन व नाले चोक, कैसे मिले जलभराव की समस्या से मुक्ति

न कंट्रोल रूम बनाया और न बनाई समस्याओं से निपटने की कोई योजना, बारिश नजदीक, सफाई को लेकर नगर निगम प्रशासन गंभीर नहीं

मुरैनाJun 05, 2025 / 11:52 am

Ashok Sharma

मुरैना. नगर निगम के करीब 24 वार्डो में दो साल पूर्व सीवर लाइन डाली जा चुकी है लेकिन प्रोपर सफाई नहीं होने पर हर साल जल भराव की समस्या आती है। इस बार भी बारिश नजदीक है लेकिन अभी तक चोक पड़े सीवर लाइन व नालों की सफाई शुरू नहीं की है। लोगों को डर है कि इस साल भी जल भराव की समस्या का सामना करना पड़ेगा।
बारिश में जल भराव न हो इसके लिए नगर निगम ने तो सीवर लाइन, चेंबर व नालों की सफाई शुरू की है और न ही कोई कंट्रोल रूम बनाया जिस पर लोग अपनी समस्या दर्ज करवा सकें, अधिकारी कर्मचारियों की स्थिति यह है कि वह मोबाइल तक रिसीव नहीं करते, ऐसी स्थिति को लेकर शहर के लोग काफी चितिंत हैं। नगर निगम द्वारा हर महीने सफाई के लिए डीजल पर 22 लाख रुपए खर्च किए जा रहे हैं। निगम के पास 85 वाहन, 12 जेसीबी, 21 ट्रैक्टर-ट्रॉली, 45 डोर टू डोर वाहन है, वाहन व कर्मचारियों पर महीने में ढाई करोड़ से अधिक खर्च हो रहा है, उसके बाद भी परिणाम संतोषजनक नहीं हैं। बारिश में चोक नालों को खोलने के लिए निगम के पास चार फायर बिग्रेड हैं जिनमें से एक कंडम हालत में हैं।

शहर की इन बस्तियों में भरता है पानी

शहर के सुभाष नगर, तुस्सीपुरा, काशीपुरा नई बस्ती, रामनगर, गणेश पुरा, आमपुरा, केशव कॉलोनी, गोपाल पुरा, चंबल कॉलोनी, पुरानी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, न्यू हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, सुदामा नगर, मुरैना गांव मैदा मिल के पीछे की बस्ती, सिद्ध नगर, इस्लाम पुरा, महावीर पुरा, दत्तपुरा, यादव कॉलोनी, आजाद नगर आदि बस्तियों में कई सीवर लाइन तो कहीं नाले चोक होने से जल भराव की समस्या रहती है।

ये तीन उदाहरण जिनसे जानिए, जहां पिछली साल आई थी समस्या

1- शहर की गांधी कॉलोनी में सीवर लाइन चोक होने पर घरों में पानी भर गया था। लोगों को मजबूरन छत पर रात गुजारनी पड़ी। बारिश बंद होने पर राहत मिल सकी।
2- शहर की न्यू हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी जहां नाले चोक होने से सडक़ और लोगों के घरों में पानी भर गया था। बारिश बंद होने पर पानी निकला तब लोगों के रुटीन कार्य शुरू हो सके।
3- शहर के गणेश पुरा में सीवर लाइन डली है तब से हर साल बारिश के दौरान जल भराव की समस्या आती है। यहां लोगों के घरों में पानी भर जाता है। बारिश बंद होने पर राहत मिलती है।

क्या कहते हैं शहरवासी

नाले चोक पड़े हैं, बारिश से पूर्व सफाई नहीं होने से कॉलोनी में पानी भर जाता है। यहां तक सडक़ पूरी तरह जलमग्न हो जाती है, घरों में पानी भर जाता है। पिछली साल जल भराव की समस्या से भी निगम ने सीख नहीं ली है।

अभय पांडे, न्यू हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी

जब से सीवर लाइन पड़ी है, तब से उनकी सफाई नहीं हुई है, यही कारण है कि बारिश के समय बस्ती में सडक़ों पर पानी भर जाता है, ज्यादा बारिश होने पर घरों में भी पानी भर जाता है। सफाई के नाम हर साल करोड़ों रुपए यूं ही खर्च कर दिए जाते हैं।

मधुकर शर्मा टीटू, गणेश पुरा

जौरा में आठ जगह भरता है पानी

जौरा कस्बे में पानी की निकासी न होने पर आठ ऐसे स्थान हैं जहां जबरदस्त तरीके से जल भराव होता है। इनमें मई वाला कुंआ, सब्जी मंडी, बजरंग गली, पोस्ट ऑफिस रोड तहसील चौराहा, रामनगर कॉलोनी, पुराना जौरा, मंडी गेट पर बारिश के समय जल भराव की समस्या पैदा होती है। अगर नगर पालिका का सफाई अमला बारिश से पूर्व यहां जल भराव की समस्या का निकाल कर दे तो यह परेशानी दूर हो सकती है।

अंबाह शहर के इन इलाकों में जलभराव

अंबाह शहर के बीचो-बीच स्थित नपाध्यक्ष के खुद के वार्ड क्रमांक 5 हाथी गड्ढा, नपा उपाध्यक्ष के वार्ड क्रमांक 12 चिरपुरा रोड, वार्ड क्रमांक 2 पूठ रोड, वार्ड क्रमांक 3 एमएलडी कॉलोनी, वार्ड क्रमांक 7 खजूरी रोड गली नंबर 1 व 2 एवं करोली माता रोड, वार्ड क्रमांक 4 सब्जी मंडी, वार्ड क्रमांक 6 कन्हैया लाल का बाग एवं आदर्श कॉलोनी, वार्ड क्रमांक 8 विधायक गली, वार्ड क्रमांक 9 प्रजापति मोहल्ला, वार्ड क्रमांक 10 गुरुद्वारा मोहल्ला, वार्ड क्रमांक 11 माता कॉलोनी एवं दोहरी रोड, वार्ड 13 बगिया, वार्ड क्रमांक 14 श्री राम गार्डन के पास एवं पचासा रोड, वार्ड क्रमांक 15 भूमिया रोड, वार्ड क्रमांक 16 ताल के पास, वार्ड क्रमांक 17 एवं वार्ड क्रमांक 18 सहित ऐसी कई जगहें हैं जहां बारिश होने र पानी घरों में घुस जाता है। इसके अलावा सब्जी मण्डी रोड, मुरैना रोड, नगर पालिका पर पानी भरा रहता है। इसके साथ ही जनपद पंचायत कार्यालय और पुराने तहसील कार्यालय सहित अन्य दफ्तरों एवं मोहल्लों में पानी जमा रहने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है।

कैलारस: बारिश में घरों में कैद हो जाते हैं लोग

कैलारस शहर से सटी ग्राम पंचायत आंतरी की बौद्ध बिहार कालोनी एवं गौड़ बस्ती जिनकी आवादी लगभग 2 हजार होगी, के रहवासी वर्तमान में जल भराव की समस्या से जूझ रहे हैं, बारिश में क्या हाल होंगे, इससे ही अंदाजा लगाया जा सकता है। रेल्वे ट्रैक बनने से पूर्व का बना नाला क्षतिग्रस्त हो गया जिससे इन बस्तियों के रहवासियों के पानी का निकास अवरुद्ध हो गया है, हर मौसम में पानी भर रहता है और बारिश के दिनों में तो यह लोग अपने घरों में ही कैद होकर रह जाते है। यहां के लोग कई बार शासन प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से रेल्वे ट्रैक के समानांतर नाला एवं सर्विस रोड निर्माण की मांग कर चुके हैं, स्थानीय प्रशासन को भी ज्ञापन दे चुके है लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ है।

बानमोर में भी जल भराव की समस्या

बानमोर कस्बे में आदर्श कॉलोनी वार्ड क्रमांक सात में नाला अधूरा पड़ा है, जिसके चलते बस्ती में जल भराव की समस्या बनी हुई है। शांति नगर, बानमोर गांव, गंगाराम का पुरा हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के नाले चोक पड़े हैं। रहवासी कई बार शिकायत कर चुके हैं लेकिन न तो अधूरे पड़े नाले का निर्माण पूरा किया है और न चोक नालों की सफाई की गई है, जिसके चलते बारिश में जल भराव में समस्या उत्पन्न हो सकती है।

पोरसा में जल भराव से निकलना मुश्किल

पोरसा कस्बे में बारिश तो दूर की बात है वर्तमान में भी जल भराव की समस्या से रहवासी जूझ रहे हैं। गंगाराम वाली, भिंड रोड से लेकर गोपाल पुरा वाली रोड तक मार्ग पर इतना पानी भरा है कि लोगों को निकलना मुश्किल हो गया है। नगर पालिका के पास 100 स्थायी और 50 अस्थायी कर्मचारी और पर्याप्त संसाधन होने के बाद भी नालों की प्रोपर सफाई नहीं हो पा रही है। अटेर रोड पर दोनों तरफ नाला चोक होने से बारिश में घरों में पानी भरता है। नालों के ऊपर दस धुलाई सेंटर हैं जिससे वाहन धुलाई से निकलने वाली मिट्टी से नाला चोक हो रहा है। गांधी नगर, पचौरी पुरा से गोपाल पुरा रोड नाले पर अतिक्रमण के चलते सफाई नहीं हो पा रही है।

सबलगढ़ में भी जल भराव की समस्या

सबलगढ़ नगर में जरा सी बरसात होने पर नगर के कई मोहल्ले जिनमें खार नाला रोड, कुण्ड रोड, मंडी संतर नंबर एक, दो, नीलम कॉलोनी, ओम गार्डन रोड क्षेत्र में जल भराव की समस्या हो जाती है आम जनता को बहुत परेशानियां होती है नगर पालिका का ध्यान नहीं है नालो की सफाई ठीक ढंग से नही की जाती है खार नाले में आधे से ज्यादा अतिक्रमण हो गया है जबकि सफाई के नाम पर हर बर्ष लाखों रुपया कागजो में खर्च कर दिया जाता है।

सीएमओ चोक नाले नालियों की सफाई करवाएं


आगामी वर्षा ऋतु को देखते हुए नाले, नालियों के सफाई कराने हेतु जिले के समस्त तहसीलदारों, आयुक्त नगर निगम और समस्त सीएमओ को बड़े नालों की सफाई कार्य कराने के निर्देश दिए और जिले में कहीं भी जल भराव की समस्या न हो, इसके लेकर सभी अधिकारी काम करें। साथ ही अतिक्रमण हटाने के लिए तहसीलदारों को निर्देश दिए हैं।

अंकित अस्थाना, कलेक्टर, मुरैना

आपदा प्रबंधन के लिए दल गठित

बारिश को देखते हुए नालों की सफाई के टेंडर कर दिए हैं, एक दो दिन में सफाई शुरू हो जाएगी। आपदा प्रबंधन को लेकर दल गठित कर दिया है, जल्द ही कंट्रोल रूम का गठन कर दिया जाएगा, जिसका एक नंबर भी रहेगा, जिससे बारिश में कोई परेशानी होने पर सूचना मिल सके।

ऋषिकेश शर्मा, मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी, नगर निगम

Hindi News / Morena / शहर में सीवर लाइन व नाले चोक, कैसे मिले जलभराव की समस्या से मुक्ति

ट्रेंडिंग वीडियो