प्राप्त जानकारी के अनुसार, पीड़ित बच्ची अपने रिश्तेदार के साथ मुंबई के जोगेश्वरी इलाके में रहती है। 24 फरवरी को वह लापता हो गई थी। पीड़ित बच्ची के चाचा ने 26 फरवरी को अपहरण का मामला जोगेश्वरी पुलिस स्टेशन में दर्ज कराया था। लेकिन बच्ची का पता नहीं चला।
इस बीच, 27 फरवरी को पीड़ित बच्ची मुंबई के दादर रेलवे स्टेशन पर अकेले भटकते हुए दिखी तो रेलवे पुलिस को संदेह हुआ। जब पुलिसकर्मियों ने उससे पूछताछ की तो नाबालिग ने अपने साथ हुए अत्याचार को बताया। इसके बाद दादर रेलवे पुलिस ने तुरंत जोगेश्वरी पुलिस से संपर्क किया। रेलवे पुलिस ने बच्ची को जोगेश्वरी पुलिस को सौंप दिया।
पुलिस को जांच के दौरान पता चला कि नाबालिग का जोगेश्वरी इलाके में यौन उत्पीड़न किया गया था। पीड़ित बच्ची के बयान के आधार पर सामूहिक बलात्कार और पॉस्को एक्ट के तहत पांच आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। बाद में जोगेश्वरी पुलिस ने दुष्कर्म करने वाले सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
शुरुआती जांच में पता चला है कि एसी मैकेनिक आरोपी ने बच्ची का अपहरण किया था। लड़की को अकेला देखकर आरोपी उसे जोगेश्वरी के संजय नगर इलाके में स्थित अपने घर ले गया. जहां कथित तौर पर 26 फरवरी की रात तीन युवकों ने उसके साथ बारी-बारी से दुष्कर्म किया। 27 फरवरी की सुबह पीड़िता वहां से भागने में कामयाब रही और वह किसी तरह घाटकोपर पहुंची। जहां दो अन्य युवकों ने उसे मदद के बहाने झांसे में लिया और पहले मरीन ड्राइव, फिर दादर ले गए। पीड़िता ने बताया कि दोनों ने उसके साथ छेड़खानी की।
जोगेश्वरी पुलिस ने सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की जांच कर रही है। इस मामले में सीसीटीवी की मदद से पुलिस आगे की जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि नाबालिग लड़की घर में झगड़े के बाद नाराज होकर गई थी। आरोपी उसे बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गए और दरिंदगी की।
इससे पहले 3 फरवरी को मुंबई के बांद्रा टर्मिनस स्टेशन पर एक महिला से रेप का मामला सामने आया था। पुलिस ने इस मामले में एक कुली को गिरफ्तार किया था। आरोपी कुली ने खाली ट्रेन में ले जाकर महिला के साथ दुष्कर्म किया। पीड़ित महिला अपने दामाद के साथ मुंबई घूमने आई थी।